स्नान आदि से निवृत होकर भगवान विष्णु का ध्यान करें और व्रत का संकल्प लें। इसके बाद भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा करें। भगवान विष्णु को तुलसी भी अर्पित करें। विष्णुजी सभी भौतिक सुख प्रदान करते हैं. घर—वाहन का सुख बिना उनके आशीर्वाद के नहीं मिल सकता, इसलिए आज मनोयोग से उनकी पूजा करें. आज विष्णु सहस्नाम स्तोत्र का पाठ जरूर करें और उनकी आरती उतारकर अपनी इच्छा पूर्ण करने की प्रार्थना करें।
कामिका एकादशी व्रत तिथि – 16 जुलाई, गुरुवार
पारण समय – सुबह 5 बजकर 57 मिनट से 8 बजकर 19 मिनट तक (17 जुलाई)
एकादशी तिथि प्रारंभ – 15 जुलाई को रात 10 बजकर 19 मिनट पर
एकादशी तिथि समाप्त – 16 जुलाई को रात 11 बजकर 44 मिनट पर