कुमार ने कहा कि सरकार अपने किए हुए वादे ही भूल रही है। सरकार ने सबसे पहले 15 लाख रुपए खाते में आने की बात कही थी, लेकिन वह नहीं आए। सरकार ने सबका साथ सबका विकास कहा, लेकिन वह भी नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि सरकार की कथनी और करनी में सदा ही अन्तर रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार काम करने की अपेक्षा आज फोटो खिंचवाने में व्यस्त है। विज्ञापन बहुत अच्छे बन रहे है पोस्टर काफी बढ़िया लगाए जा रहे हैं लेकिन जमीनी हकीकत में ऐसा कुछ नहीं है। इसके कारण आज किसान और नौजवान आवाज उठा रहे हैं।