जिला कलेक्टर ने हिंडौन सिटी के समान्य अस्पतालों के खस्ता हालत और अव्यवस्थाओं को देखते हुए इस पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए सुधार के निर्देश दिए। सात ही बैठक में इस बात को भी बताया गया कि भामाशाह एवं राजश्री योजना में लक्ष्यों की प्राप्त नहीं हो रही है। इसके साथ ही योजना का लाभ नहीं मिलने के कारणों पर अधिकारियों से जवाब तलब किया गया। स्वास्थ्य समीति की इस बैठक में जिला कलेक्टर अभिमन्यु कुमार ने कहा कि चिकित्सा विभाग की योजनाओं के लिए जो फंड मुहैया कराया जाता है। उसके उपयोग का अभी तक प्रमाण पत्र नहीं जारी कराया गया है, ऐसे में जो रुपए फंड के नाम पर मिले हैं उसका सही उपयोग हुआ या नहीं यह जांच का विषय है।
तो वहीं इस बैठक में जिला अस्पतालों में खराब पड़े चिकित्सा उपकरणों को लेकर जिला कलेक्टर ने फटकार लगाते हुए उन्हें जल्द से जल्द ठीक कराने के निर्देश जारी किए। इसके अलावा स्वास्थ्य अधिकारियों और मुख्य चिकिसत्सा अधिकारी को अस्पतालों में औचक नीरिक्षण करने और काम में लापरवाही बरतने वाले कर्मियों पर सख्त कार्यवाई करने को कहा। इतना ही नहीं जिला कलेक्टर कड़े शब्दों में कहा कि चिकित्सा कर्मी या तो प्राइवेट प्रेक्टिस करें या फिर सरकार द्वारा दिए गए कार्य कर लक्ष्यों की प्राप्ति करें।
इस पूरे बैठक में टीकाकरण, चिकित्साकर्मियों की अस्पतालों में उपस्थिती, परिवार कल्याण, राजश्री योजना, भाग्यश्री योजना, के अलावा सरकार द्वारा संचालित और भी अहम स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति और संचालन की समीक्षा की गई। और लापरवाह चिकित्सा कर्मियों पर सख्ती से कार्यावाई को अमल में लाने पर चर्चा की गई।