करेला पाचन शक्ति को मजबूती देता है। भूख नहीं लगने, कब्ज होने या खट्टी डकारें आती हों तो कुछ दिन नियमित करेले की सब्जी खाने से इन सबमें आराम मिलता है। इसके खाने से पेट के कीड़े नष्ट हो जाते हैं। भूख कम लगने या नहीं लगने की समस्या है तो करेले का सेवन उसके लिए फायदेमंद साबित होगा।
करेले का उपयोग शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकाल देता है। यह रक्त का संचार बढ़ाता है तथा प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है जिसके कारण सर्दी , जुकाम , फ्लू आदि के असर को दूर कर सकता है। इसके उपयोग से एलर्जी, अस्थमा आदि में आराम मिलता है। चीन में करेले का उपयोग कफ की दवा ब्रोंकाइटिस आदि के लिए किया जाता रहा है।
महिलाओं में अक्सर खून की कमी पाई जाती है। ऐसे में आयरन से भरपूर सब्जियों का सेवन करना सबसे अधिक फायदेमंद रहता हैं। दिन में एक बार करेले की सब्जी खाने या इसका जूस पीने से हीमोग्लोबिन की कमी को दूर किया जा सकता हैं। साथ ही इससे खून भी साफ होता है।
करेला खाने से इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है। यही नहीं करेला हमारी आंखों के लिए भी फायदेमंद होता है। इसकी वजह है करेला विटामिन ए का स्रोत है और हम सभी जानते हैं कि विटामिन ए हमारी आंखों के लिए फायदेमंद है। इसलिए जरूरी है कि स्वस्थ आंखों के लिए हमें करेले का सेवन करना चाहिए। करेले को प्राथमिकता से अपने खानपान का हिस्सा बनाना चाहिए।
करेले में मौजूद बिटर्स और एल्केलाइड तत्व रक्त शोधक का काम करते हैं। करेले की सब्जी खाने और मिक्सी में पीस कर बना लेप रात में सोते समय हाथ-पैर पर लगाने से फोड़े-फुंसी और त्वचा रोग नहीं होते। त्वचा रोगों में करेले के रस में नींबू का रस मिलाकर पीना फायदेमंद है।
गर्भावस्था में करेले का उपयोग नहीं करना चाहिए। इसके कारण गर्भपात हो सकता है। स्तनपान कराने वाली महिला को भी करेले के उपयोग से बचना चाहिए। करेले के अधिक सेवन से पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर भी विपरीत असर पड़ सकता है। यदि निकट समय में सर्जरी कराई हो, व्रत कर रहे हों या किसी कारण से रक्त स्राव हुआ हो तो करेले का उपयोग नहीं करना चाहिए।