सोमवार से शुरु हो रहा कार्तिक मास, दान-पुण्य, स्नान और दीपदान विशेष फलदायी कार्तिक मास की शुरुआत सोमवार से ( kartik month 2019) दान-पुण्य, स्नान और दीपदान के लिए 12 महीनों में बेहतर माने जाने वाले कार्तिक मास की शुरुआत सोमवार 14 अक्टूबर को एकम् से होगी। वहीं, रविवार को शरद पूर्णिमा के साथ पवित्र सरोवरों व तीर्थ स्थानों पर ब्रह्म मुहूर्त में कार्तिक स्नान की शुरुआत होगी।
शहर आराध्य गोविंददेव जी मंदिर सहित अन्य मंदिरों में पूरे कार्तिक माह दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की मंगला झांकी में अधिक भीड़ रहेगी। लोगों के खान-पान और पहनावे में बदलाव आएगा। इस माह में 8 नवंबर को जहां देवउठनी एकादशी पर देव जागेंगे, वहीं 12 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा तक कई प्रमुख व्रत व त्योहार भी आएंगे। विभिन्न मंदिरों में पूरे एक महीने तक दीपदान की शुरुआत होगी। गलता तीर्थ व पुष्कर सहित अन्य तीर्थ स्थलों पर पूरे महीने श्रद्धालुओं की रौनक रहेगी।
दीपदान का विशेष महत्व ज्योतिषाचार्य पं.पुरुषोत्तम गौड़ ने बताया कि कार्तिक मास में दीपदान का विशेष महत्व है। हरिनाम का चिंतन, भजन, कीर्तन और रामायण और विष्णुसहस्त्रनाम और श्रीमद्भागवत का पाठ करने का महत्व कई गुना अधिक बढ़ जाता है। ऋतु चक्र के आधार पर भी इस माह का महत्व है क्योंकि कार्तिक मास से लोगों का खान-पान और पहनावा बदलेगा। वहीं दीपदान से वंश वृद्धि भी होती है।