अखंड सुहाग के लिए रखा निर्जल व्रत, सुनी चौथ माता की कथा
जयपुरPublished: Oct 13, 2022 12:21:25 pm
Karawa chouth 2022: अखंड सुहाग की रक्षा और पिया की स्नेह की डोर और प्रगाढ़ करने के लिए सुहागिन महिलाएं आज करवा चौथ पर चंद्र दर्शन के साथ छलनी की ओट में पिया का मुखड़ा निहारेंगी।


अखंड सुहाग के लिए रखा निर्जल व्रत, सुनी चौथ माता की कथा
जयपुर. अखंड सुहाग की रक्षा और पिया की स्नेह की डोर और प्रगाढ़ करने के लिए सुहागिन महिलाएं आज करवा चौथ पर चंद्र दर्शन के साथ छलनी की ओट में पिया का मुखड़ा निहारेंगी। करवा चौथ को लेकर घरों में पूरी तैयारियां की गई है। महिलाओं ने सुबह स्नान करने के बाद निर्जल व्रत का संकल्प लिया। व्रत को लेकर सुहागिन महिलाओं खास कर नवविवाहितओं में खासा उत्साह दिखाई दे रहा है। महिलाएं दिनभर निर्जल रह कर व्रत रखेंगी तथा रात में चंद्र दर्शन के बाद अघ्र्य देने के बाद ही व्रत खोलेंगी। आज रात 8.21 बजे चंद्रोदय होगा। विवाहित महिलाओं ने जहां पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखा वहीं युवतियों ने अच्छे वर के लिए व्रत रखा है। कुछ सालों के अविवाहित युवतियों के भी अच्छे वर या मंगेतर के लिए व्रत रखने की नई परंपरा शुरू हुई। जिसके चलते अब बड़ी संख्या में अविवाहित युवतियां भी इस व्रत को करने लगी है।