ये हैं आरोप
– क्लाइंट्स के अकाउंट में से शेयर लिए
– शेयर ट्रांसफर किए गए
-शेयरों को बेचकर या गिरवी रखकर पैसा उठाया सेबी की बड़ी कार्रवाई
– कार्वी ब्रोकिंग के नए क्लाइंट जोडऩे पर लगी रोक
– स्टॉक एक्सचेंज को एक्शन लेने के निर्देश
– डिपॉजिटरीज पावर ऑफ अटॉर्नी पर कार्वी का निर्देश न मानें
– कार्वी के कुछ डीपी अकाउंट से शेयर के ट्रांसफर पर रोक लगाई
– जवाब देने के लिए कार्वी के पास 21 दिन का वक्त
– क्लाइंट्स के अकाउंट में से शेयर लिए
– शेयर ट्रांसफर किए गए
-शेयरों को बेचकर या गिरवी रखकर पैसा उठाया सेबी की बड़ी कार्रवाई
– कार्वी ब्रोकिंग के नए क्लाइंट जोडऩे पर लगी रोक
– स्टॉक एक्सचेंज को एक्शन लेने के निर्देश
– डिपॉजिटरीज पावर ऑफ अटॉर्नी पर कार्वी का निर्देश न मानें
– कार्वी के कुछ डीपी अकाउंट से शेयर के ट्रांसफर पर रोक लगाई
– जवाब देने के लिए कार्वी के पास 21 दिन का वक्त
2000 करोड़ रुपए की कोई बात नहीं है। सेबी के सामने रिप्रेजेंटेशन देंगे, निवेशकों का पैसा सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम मामले को सुलझाने में सक्षम हैं, क्लाइंट्स के फंड्स का दुरुपयोग नहीं किया गया।
राजीव सिंह, सीईओ, कार्वी स्टॉक
राजीव सिंह, सीईओ, कार्वी स्टॉक