पेट का अल्सर
कटहल पेट के अल्सर में भी फायदा पहुंचाता है। कटहल में कॉपर तत्व होता है जो थायराइड ग्रन्थि का स्राव संतुलित बनाए रखता है। इसी प्रकार कटहल पेट के अल्सर में भी राहत प्रदान करता है। कटहल में रेशे खूब होते हंै, जो कि पाचन के लिए फायदेमंद होते हैं।
कटहल पेट के अल्सर में भी फायदा पहुंचाता है। कटहल में कॉपर तत्व होता है जो थायराइड ग्रन्थि का स्राव संतुलित बनाए रखता है। इसी प्रकार कटहल पेट के अल्सर में भी राहत प्रदान करता है। कटहल में रेशे खूब होते हंै, जो कि पाचन के लिए फायदेमंद होते हैं।
प्रतिरक्षा प्रणाली
कटहल हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है जिससे हमारी रोगों से लडऩे की क्षमता को मजबूती मिलती है। कटहल में विटामिन ए और विटामिन सी होता है। इनसे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कटहल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में मुक्त कणों को शरीर से निष्क्रिय करने में मदद करता है। इस तरह हमारी रोगों से रक्षा होती है।
कटहल हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है जिससे हमारी रोगों से लडऩे की क्षमता को मजबूती मिलती है। कटहल में विटामिन ए और विटामिन सी होता है। इनसे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कटहल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर में मुक्त कणों को शरीर से निष्क्रिय करने में मदद करता है। इस तरह हमारी रोगों से रक्षा होती है।
कैंसर से बचाव
कटहल में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो कैंसर, बढ़ती उम्र के लक्षणों और अपक्षयी रोगों से बचाता है। कटहल में आहार वसा उच्च मात्रा में होती है। विषाक्त पदार्थों को साफ करती है। यह कोलोन में हानिकारक पदार्थों को कम कर कोलन कैंसर के खतरे की आशंका को भी कम करता है।
कटहल में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है जो कैंसर, बढ़ती उम्र के लक्षणों और अपक्षयी रोगों से बचाता है। कटहल में आहार वसा उच्च मात्रा में होती है। विषाक्त पदार्थों को साफ करती है। यह कोलोन में हानिकारक पदार्थों को कम कर कोलन कैंसर के खतरे की आशंका को भी कम करता है।
भरपूर आयरन
कटहल में आयरन भरपूर होता है। ऐसे में यह एनीमिया रोग को दूर करने में प्रभावी होता है। कटहल रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ावा देता है। पोषण प्रदान करने के साथ ही यह रक्त की आपूर्ति को पूरे शरीर में ऑक्सीजन के द्वारा पूरी करने में मदद करता है। इस तरह कटहल हमारे लिए काफी गुणकारी होता है।
कटहल में आयरन भरपूर होता है। ऐसे में यह एनीमिया रोग को दूर करने में प्रभावी होता है। कटहल रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ावा देता है। पोषण प्रदान करने के साथ ही यह रक्त की आपूर्ति को पूरे शरीर में ऑक्सीजन के द्वारा पूरी करने में मदद करता है। इस तरह कटहल हमारे लिए काफी गुणकारी होता है।
रक्तचाप में फायदा
उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक और दिल के लिए कटहल फायदेमंद होता है। कटहल में पोटेशियम पाया जाता है जो शरीर में सोडियम के स्तर को बनाए रखने में मददगार होता है। पोटेशियम का अच्छा स्तर शरीर में इलेक्ट्रोलाइट के संतुलन के लिए द्रव के लेवल को संतुलित बनाने में मदद करता है।
उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक और दिल के लिए कटहल फायदेमंद होता है। कटहल में पोटेशियम पाया जाता है जो शरीर में सोडियम के स्तर को बनाए रखने में मददगार होता है। पोटेशियम का अच्छा स्तर शरीर में इलेक्ट्रोलाइट के संतुलन के लिए द्रव के लेवल को संतुलित बनाने में मदद करता है।
आंखों के लिए
कई फायदों के साथ ही कटहल आंखों को भी स्वस्थ बनाए रखता है। कटहल आंखों की दृष्टि में सुधार के साथ-साथ मोतियाबिंद, रात को कम दिखाई देने जैसी परेशानियों को दूर करने में भी सहायक होता है। कटहल में मौजूद विटामिन सी स्वस्थ कोशिकाओं को बढ़ावा देता है और रेटिना कोशिकाओं के उचित कार्य को बनाए रखने में मदद करता है।
कई फायदों के साथ ही कटहल आंखों को भी स्वस्थ बनाए रखता है। कटहल आंखों की दृष्टि में सुधार के साथ-साथ मोतियाबिंद, रात को कम दिखाई देने जैसी परेशानियों को दूर करने में भी सहायक होता है। कटहल में मौजूद विटामिन सी स्वस्थ कोशिकाओं को बढ़ावा देता है और रेटिना कोशिकाओं के उचित कार्य को बनाए रखने में मदद करता है।
सावधानी भी जरूरी
महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान कटहल न खाने की सलाह दी जाती है।
कटहल अधिक खाने से अपच और पेट संबंधी अन्य समस्याएं होती हैं। जो लोग वात की समस्या से पीडि़त है उनको कटहल खाने से बचना चाहिए। डायबिटीज पीडि़त व्यक्तियों को कटहल खाने से बचना चाहिए।
महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान कटहल न खाने की सलाह दी जाती है।
कटहल अधिक खाने से अपच और पेट संबंधी अन्य समस्याएं होती हैं। जो लोग वात की समस्या से पीडि़त है उनको कटहल खाने से बचना चाहिए। डायबिटीज पीडि़त व्यक्तियों को कटहल खाने से बचना चाहिए।