इससे बचने के लिए सरकार जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है। जीरो बजटिंग नेचुरल फार्मिंग और जैविक खेती को बढ़ाने के लिए जनजागरूकता अभियान की शुरुआत की गई है।
9 नवम्बर तक चलने वाले इस अभियान के तहत भंवरसिंह पीलीबंगा के नेतृत्व में जैविक खेती के माध्यम से कम लागत में अच्छा उत्पादन ले रहे देश के विभिन्न जगहों के प्रगतिशील किसान प्रचार रथ के माध्यम से किसानों को जागरूक करेंगे।
यह समूह हर जिले में जाकर काश्तकारों से संवाद कर जैविक खेती से संबंधित अपने अनुभव साझा करेगा। कृषक गोष्ठियां और किसान मीट आयोजित कर जैविक खेती के लाभ बताएंगे। कृषि मंत्री ने दिए मंत्र
कटारिया ने कहा कि किसान गोबर, केंचुए एवं हरी खाद का प्रयोग करें। कीटनाशक के स्थान पर नीम आदि जैविक पदार्थों का छिड़काव करें। इससे किसान के लागत कम आएगी, जमीन स्वस्थ रहेगी, उसकी उर्वरा शक्ति बनी रहेगी और आमजन को भी निरोग बनाने में मदद मिलेगी।