इस दौरान मंदिर परिसर में विशेष सफाई और तैयारी की जा रही है ताकि दिवाली के पावन पर्व पर भक्तों के लिए एक स्वच्छ और सुखद वातावरण तैयार किया जा सके। चौहान ने बताया कि दिवाली का त्योहार हर साल श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है, और इस बार भी मंदिर प्रशासन ने सफाई और व्यवस्था के काम को प्राथमिकता दी है।
भक्तों से अपील की गई है कि वे निर्धारित समय पर लौटें और शाम 6:15 बजे के बाद दर्शन करें। इस समय मंदिर में विशेष पूजा और अन्य धार्मिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। जिससे भक्तों को भक्ति के साथ-साथ आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त होगा।
चौहान ने कहा कि भक्तों की सुविधा और सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से इस विशेष अवसर पर धैर्य और सहयोग की अपील की है। मंदिर के आसपास की व्यवस्था को भी दुरुस्त रखा गया है, ताकि भीड़भाड़ के समय किसी प्रकार की असुविधा न हो।