खिलाड़ी बैरवा ने कहा कि वेद प्रकाश सोलंकी गलत बयानबाजी कर रहे हैं। सरकार में एससी-एसटी सभी वर्गों के काम हो रहे हैं और सरकार सबका ख्याल रख रही है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अखबारों में छपने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं जो कि सही नहीं है।
फोन टैपिंग के आरोप निराधार
विधायक वेद प्रकाश सोलंकी की ओर से विधायकों के फोन टैपिंग के आरोपों पर पर भी खिलाड़ी बैरवा ने जवाब देते हुए कहा कि खिलाड़ी बैरवा ने कहा कि प्रदेश में किसी के भी फोन टैप नहीं होते हैं लेकिन अगर किसी को लगता है कि किसी का फोन टैप रहा है या जिन विधायकों के फोन टैप हो रहे हैं तो उन विधायकों के नाम सबके सामने उजागर करने चाहिए। केवल धूल में पत्थर फेंकना उचित नहीं है।
जातिगत प्रमाण पत्र बनने की अलग प्रक्रिया
एससी-एसटी वर्ग के जातिगत प्रमाण पत्रों के काम में रोड़ा अटका ने के आरोपों पर पर भी खिलाड़ी बैरवा ने कहा कि एससी-एसटी वर्ग के जातिगत प्रमाण पत्र बनने की प्रक्रिया अलग है। अगर कोई सामान्य जाति की महिला किसी एससी पुरुष से शादी करती है तो उस महिला का एससी का प्रमाण पत्र नहीं बनेगा।
इसी प्रकार कोई एससी की महिला की अगर सामान्य वर्ग में शादी होती है तो एससी की महिला का सामान्य वर्ग में प्रमाण पत्र नहीं बनेगा। जाति के प्रमाण पत्र जन्म से बनता है इसके लिए प्रक्रिया को फॉलो करना आता है इसके लिए बकायदा पूरे नियम दिए गए हैं।
सरकार बचाने वाले विधायकों का अहम रोल
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके 15 प्रत्याशियों की ओर से सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने के सवाल पर बैरवा ने कहा कि बसपा से कांग्रेस में आए 13 निर्दलीय विधायकों ने सरकार बचाने का काम किया है जो लोग सरकार की मदद करते हैं उनका सरकार में अहम रोल होता है।
इसमें किसी प्रकार का कोई भेदभाव नहीं है। गौरतलब है कि पायलट कैंप के विधायक वेद प्रकाश सोलंकी ने एससी-एसटी वर्ग के साथ भेदभाव करने और उनके काम सरकार में नहीं होने के आरोप लगाए थे जिसके बाद अब गहलोत कैंप की ओर से वेद प्रकाश सोलंकी के आरोपों का जवाब दिया गया है।