बेनीवाल ने कहा कि एक—दो दिन में यहां से प्रत्याशी की घोषणा कर दी जाएगी। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि जिस प्रकार लोकसभा चुनावों में राजस्थान में कांग्रेस का सफाया हुआ है उसी प्रकार विधानसभा उपचुनावों में भी कांग्रेस मुक्त राजस्थान चाहते है। मण्डावा विधानसभा क्षेत्र में भी आरएलपी और भाजपा साथ में चुनाव लड़ेगी एवं प्रचण्ड बहुमत के साथ सीट जीतेगी।
अधिकारी चला रहे हैं सरकार
उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि प्रदेश में अधिकारी सरकार चला रहे है। प्रदेश में अपहरण, हत्याओं की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। अभी हाल ही में बहरोड़ से एक बदमाश को थाने से छुड़ाकर ले गए है, यह सरकार के लिए एक शर्म का विषय है। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दोनों सीटों पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ मिलकर प्रचण्ड बहुमत के साथ विजयी होगी।
उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि प्रदेश में अधिकारी सरकार चला रहे है। प्रदेश में अपहरण, हत्याओं की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। अभी हाल ही में बहरोड़ से एक बदमाश को थाने से छुड़ाकर ले गए है, यह सरकार के लिए एक शर्म का विषय है। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दोनों सीटों पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के साथ मिलकर प्रचण्ड बहुमत के साथ विजयी होगी।
21 को होना है चुनाव
खींवसर और मंडावा सीट पर 21 अक्टूबर को चुनाव होंगे। वहीं 24 अक्टूबर को परिणाम सामने आएंगे। देशभर की कुल 64 सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की गई है। निकाय और पंचायत चुनावों का असर
बताया जा रहा है कि बेनीवाल की पार्टी रालोपा से गठबंधन के पीछे इस साल होने वाले निकाय और अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव हैं। यही नहीं लोकसभा चुनावों में भी भाजपा ने नागौर सीट बेनीवाल के लिए छोड़ी थी। उधर इस सीट से लगातार तीन बार से हनुमान बेनीवाल जीत रहे हैं, ऐसे में पार्टी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है।
खींवसर और मंडावा सीट पर 21 अक्टूबर को चुनाव होंगे। वहीं 24 अक्टूबर को परिणाम सामने आएंगे। देशभर की कुल 64 सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की गई है। निकाय और पंचायत चुनावों का असर
बताया जा रहा है कि बेनीवाल की पार्टी रालोपा से गठबंधन के पीछे इस साल होने वाले निकाय और अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव हैं। यही नहीं लोकसभा चुनावों में भी भाजपा ने नागौर सीट बेनीवाल के लिए छोड़ी थी। उधर इस सीट से लगातार तीन बार से हनुमान बेनीवाल जीत रहे हैं, ऐसे में पार्टी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है।