ऐसे दिया वारदात को अंजाम आरोपी सविता अरोड़ा की व्यापारी अशोक कुमार पुत्र चिमनलाल अरोड़ा से जान-पहचान थी। उसे जानकारी थी कि अशोक कुमार ईंट विक्रय की वसूली के लिए सरदारशहर क्षेत्र में जाता है। 22 सितम्बर को व्यापारी से कई बार बात की। सरदारशहर का अचार आदि सामग्री बढिय़ा होने की बात कह उसे लाने को कहा। इस बहाने बातचीत कर उसकी लोकेशन पता की। जब उसे पता लग गया कि व्यापारी ने लाखों रुपए की वसूली कर ली है तथा वापस लौट रहा है तो आरोपित सुनील नायक को इसकी सूचना दी। व्यापारी अशोक कुमार का चालक जब गांव नौरंगदेसर रोही के पास लघुशंका के लिए उतरा तो वहां कार में सवार होकर आरोपित आए। व्यापारी को उसकी गाड़ी में ही बिठाकर चक हरिपुरा के पास ले गए। वहां उससे 35 लाख रुपए लूटे तथा कार व व्यापारी को वहीं छोड़कर फरार हो गए।
जयपुर में दे चुकी वारदातों को अंजाम
ब्लैकमेलिंग के मामले एसपी कयाल ने बताया कि मुख्य साजिशकर्ता सविता पूर्व में भी कई मुकदमों के संलिप्त रही है। हनुमानगढ़ के अलावा जयपुर में उसके खिलाफ मामले दर्ज हैं।
ब्लैकमेलिंग के मामले एसपी कयाल ने बताया कि मुख्य साजिशकर्ता सविता पूर्व में भी कई मुकदमों के संलिप्त रही है। हनुमानगढ़ के अलावा जयपुर में उसके खिलाफ मामले दर्ज हैं।
यह रहे टीम में शामिल
मामले का पर्दाफाश करने वाली टीम में टाउन थाना प्रभारी विष्णुदत्त बिश्नोई, जंक्शन थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र झाझडिय़ा, एसआई लखवीरसिंह गिल, एएसआई प्रकाशचंद स्वामी, करतार सिंह, हैड कांस्टेबल जगदीश देहडू, मांगेराम, नरेश, मनोज, रीडर संदीप कुमार, धर्मपाल, रिछपाल सिंह आदि शामिल रहे।