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Ashok Gehlot सरकार के लिए क्या फिर मुसीबत बनेंगे कर्नल Kirodi Singh Bainsla?

locationजयपुरPublished: Sep 09, 2020 12:37:31 pm

Submitted by:

Nakul Devarshi

फिर बाहर आएगा गुर्जर आन्दोलन का ‘जिन्न’ ! सरकारी भर्तियों में अब भी आरक्षण नहीं मिलने का आरोप, एमबीसी बैकलॉग जल्द पूरा करने की उठ रही आवाज़, 12 सितम्बर को है कर्नल बैंसला का जन्मदिन, समाज ने दिए इस दिन से आन्दोलन शुरू करने के संकेत, गुर्जर नेता विजय बैंसला ने कहा, ‘आन्दोलन स्थगित किया था, ख़त्म नहीं’, सरकार के लिए कई बार मुसीबत खाड़ी कर चुके हैं गुर्जर
 

Kirodi Bainsla Gurjar Agitation against Ashok Gehlot Government
जयपुर।

प्रदेश की सरकारी भर्तियों में अति पिछड़ा वर्ग (एमबीसी) के युवाओं को आरक्षण देने के मामले में गुर्जर समुदाय ने एक बार फिर आन्दोलन किये जाने के संकेत दे दिए हैं। माना जा रहा है कि गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के 12 सितम्बर को जन्मदिन के मौके पर आन्दोलन की रूपरेखा तैयार की जायेगी। संभवतः इसी दिन सरकार को चेतावनी देते हुए आन्दोलन का एलान भी किया जा सकता है।
‘वादा आप भूल गए पर हम नहीं’
गुर्जर समाज में हो रही इन हलचलों के बीच कर्नल किरोड़ी बैंसला के पुत्र विजय बैंसला ने मंगलवार को एक ट्वीट करते हुए सरकार को पूर्व में हुए समझौते के तहत वादा निभाने की ओर ध्यान खींचा है। उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष व शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा को संबोधित करते हुए चेतावनी भरे लहजे में लिखा, ‘एमबीसी बैकलॉग जो कांग्रेस मैनिफेस्टो में पीसीसी ने गुर्जर समाज के वोट पाने के लिए लिखा था- आप अपनी सुविधानुसार भूल गए हैं- हम नहीं भूले।‘
‘आन्दोलन स्थगित किया था, अंत नहीं’
गुर्जर नेता विजय बैंसला ने आगे लिखा, ‘शीघ्र याददाश्त ताज़ा होगी- आप फरवरी 2019 समझौता भूल गए हैं- समाज नहीं भूला, राष्ट्रहित में आंदोलन स्थगित किया था, अंत नहीं किया था।’
ये है नाराजगी की वजह
गुर्जर नेताओं की नाराजगी इस बात को लेकर है कि गहलोत सरकार ने चुनावी मेनिफेस्टों के अलावा पूर्व में भी दो बार हुए समझौतों के कई बिन्दुओं पर अब तक अमल नहीं किया है। गुर्जर नेताओं का कहना है कि प्रदेश भर के गुर्जर समुदाय को काफी लंबे संघर्ष के बाद आरक्षण मिला है। लेकिन करीब 15 प्रक्रियाधीन सरकारी भर्तियों में अभी तक 5 प्रतिशत आरक्षण का लाभ समाज के युवाओं को नहीं मिल पा रहा है। इससे युवाओं में भारी आक्रोश है।
वहीं पिछले दिनों अखिल भारतीय युवा गुर्जर महासभा के पदाधिकारियों की बैठक में भी सरकारी भर्तियों में बैकलॉग और 5 प्रतिशत आरक्षण नहीं मिलने को लेकर नाराजगी जाहिर की गई थी। गुर्जर नेताओं का कहना है कि राज्य सरकार के मंत्रियों की कमेटी एवं आरक्षण संघर्ष समिति के बीच एक वर्ष पहले करीब 15 प्रक्रियाधीन भर्तियों में एमबीसी आरक्षण के पद सृजित करने को लेकर सैद्धांतिक समझौता हुआ था। लेकिन आज तक एक भी पद सृजित नहीं हुआ।
युवा गुर्जर महासभा ने भी सरकार को चेताते हुए कहा कि यदि सरकार जल्द इन मामलों में कार्यवाही को आगे नहीं बढ़ाती है तो समाज का आक्रोश आन्दोलन में तब्दील हो जाएगा।

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