इस बीच, राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र राठौड़ के सोमवार को दिए एक बयान ने राजपा नेता डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के भाजपा में वापसी के संकेत देकर चर्चाओं को फिर से हवा दे डाली है।
दरअसल, ग्रामीण विकास और पंचायतीराज मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने जयपुर में सोमवार को हुए एक कार्यक्रम में डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के भाजपा में आने के संकेत दिए। राठौड़ ने कहा कि मीणा की पार्टी में जल्द वापसी हो सकती है।
इससे पहले भाजपा के वरिष्ठ नेता बीसूका के अध्यक्ष दिगंबर सिंह ने भी मीणा की पार्टी में वापसी की बात कही थी। हालांकि अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि मीणा भाजपा में कब वापस आएंगे। मीणा ने भाजपा नेतृत्व से नाराज होकर पार्टी छोड़ी थी। मीणा और उनकी पत्नी गोलमा देवी राजपा से विधानसभा सदस्य हैं।
बढ़ने लगी नेताओं से नज़दीकियां
डॉ मीणा के भाजपा में शामिल होने के कयास इसलिए भी ज़्यादा लगाए जा रहे हैं कि वे पिछले कुछ दिनों से बीजेपी कुनबे के नेताओं से ज़्यादा ही संपर्क में रहने लगे हैं। डॉ. मीणा की कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री से मुलाकात ने भी राजनीतिक गलियारों में उनके बीजेपी में शामिल होने को सुर्खियों में लाया था।
माना जा रहा है कि डॉ. मीणा के तेवर बीजेपी के प्रति नरम पड़ने लगे हैं। साथ ही बीजेपी से छत्तीस का आंकड़ा रखने वाले घनश्याम तिवाड़ी और हनुमान बेनीवाल से भी दूरियां बढ़ाना उनकी बीजेपी से नजदीकियों की ओर इशारा कर रहा है।
मंत्रियों से मुलाकातों का बढ़ा सिलसिला
वहीं डॉ किरोड़ी मीणा किसी किसी बहाने मंत्रियों से मुलाकात का सिलसिला भी लगातार जारी है। हाल ही में उनकी डॉ. रामप्रताप और राजेन्द्र राठौड़ से मुलाक़ात भी हुई थी। इन मुलाकातों का मकसद भले ही कुछ भी रहा हो लेकिन किरोड़ी के करीबियों का मानना है कि ‘वो हवा में तीर नहीं चलाते…’ यानि वे बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। एक के बाद एक मिल रहे इन संकेतों से प्रदेश सियासत के जानकार मान रहे हैं कि डॉ. मीणा की बीजेपी में वापसी यहां लोकसभा और विधानसभा के लिए होने वाले उपचुनाव से पहले हो सकती है।
वहीं डॉ किरोड़ी मीणा किसी किसी बहाने मंत्रियों से मुलाकात का सिलसिला भी लगातार जारी है। हाल ही में उनकी डॉ. रामप्रताप और राजेन्द्र राठौड़ से मुलाक़ात भी हुई थी। इन मुलाकातों का मकसद भले ही कुछ भी रहा हो लेकिन किरोड़ी के करीबियों का मानना है कि ‘वो हवा में तीर नहीं चलाते…’ यानि वे बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। एक के बाद एक मिल रहे इन संकेतों से प्रदेश सियासत के जानकार मान रहे हैं कि डॉ. मीणा की बीजेपी में वापसी यहां लोकसभा और विधानसभा के लिए होने वाले उपचुनाव से पहले हो सकती है।