इस बीच राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा को पुलिस-प्रशासन ने जालोर जाने से पहले ही जयपुर में रोक दिया। डॉ मीणा ने बताया कि वे दलित छात्र इन्द्र कुमार की मौत की घटना के मद्देनज़र पीड़ित परिवार से मुलाकात करने के लिए जालोर के सुराणा गांव जाने वाले थे। लेकिन वहां के लिए रवाना होने से पहले ही रास्ते में पुलिस-प्रशासन के आला अफसरों ने उन्हें रोक दिया।
क़ानून व्यवस्था बिगड़ने का दिया हवाला
डॉ मीणा ने कहा कि उन्हें रोकने के पीछे आला प्रशासनिक अधिकारियों ने जालोर जिले में क़ानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका का हवाला दिया है। हालांकि सांसद मीणा ने अधिकारियों को पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद ही देने जाने की बात कही, लेकिन प्रशासन ने उनकी जगह किसी अन्य प्रतिनिधि को भेजने पर सहमति जताई।
‘जयपुर से लडूंगा जालोर की लड़ाई’
डॉ मीणा ने बताया कि प्रशासन के निवेदन पर उनकी जगह अब उनकी पत्नी पूर्व मंत्री गोलमा देवी जालोर जाकर पीड़ित शोक संतप्त परिवार से मिलकर आर्थिक सहायता देगी। जबकि मैं स्वयं जयपुर में ही रहकर इस मामले की लड़ाई लडूंगा। जब तक परिवार की मांगे नहीं मानी जाती हैं, तब तक चुप बैठने वाला नहीं हूँ।