इस दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने मीडिया से भी बातचीत करते हुए कहा कि मेरी मांग है कि नैतिकता के आधार पर अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। साथ ही मामले की सीबीआइ जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पूरे थाने के पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर देना चाहिए। एसपी के लाइन हाजिर होने की बात पर उन्होंने कहा कि इस गंभीर मामले के आगे ये तो साधारण सजा है और ये सजा भी तब दी जा रही है जब जनता सड़क पर उत्तरी है नेता सड़क पर उतर आए हैं, विरोध हो रहा है।
वहीं मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने को लेकर किरोड़ी मीणा ने कहा कि हमारे पांच लोग राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देने गए हैं मुख्यमंत्री को देने से फायदा नहीं है क्योंकि वो पार्टी है। उन्होंने मामले को दबाए जाने को लेकर कहा कि राजस्थान के मुखिया को पता था कि दलित के साथ गैंग रेप हुआ है लेकिन हमारी हवा न बिगड़े, वैभव न हार जाए, मेरा भंवर हार जाएगा इसीलिए उन्होंने मामला दबाकर संविधान की धारा का उल्लंघन किया है। नैतिकता के लिए मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए।
किरोड़ी मीणा ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि अपराधी अपराध करने के बाद थाने में गए और पुलिस वालों के साथ खाना भी खाया। ये गंभीर बात है इसकी जांच होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी मांग है कि पुलिसकर्मियों के दोषी होने पर पूरे थाने के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।