मोहनगढ़ के साथ ही नहरी क्षेत्र के कई गांवों के किसान मोहनगढ़ में एकजुट हुए और बैंकों की मनमानी के विरोध में धरना देकर अपनी नाराजगी जताई। किसानों के आह्वान में दिए जा रहे धरने में अपनी परेशानियों को लेकर किसानों ने नाराजगी जताई। मिली जानकारी के मुताबिक किसानों ने कुछ बैंक और समितियों के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। किसानों ने बताया कि एसबीआई की मोहनगढ़ शाखा में दर्जनों किसानों के केसीसी खाते हैं। इसमें से काफी खातों की केसीसी लिमिट समाप्त हो गई। इस कारण किसान केसीसी से फसल बुवाई के जरूरी इनपुट की खरीददारी तक नहीं कर पा रहे हैं।
बीजाई में आ रही दिक्कत
किसानों ने इस दौरान बताया कि गिरदावरी के साथ अन्य जरूरी दस्तावेज जमा करवा देने के बावजूद किसानों की केसीसी में लिमिट नहीं डाली जा रही है। केसीसी खातों में लेन देन नहीं होने से किसानों को खेतों में बीजाई में दिक्कत आ रही है। इसके साथ ही किसानों ने इस बात पर भी अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए धरना दिया कि एनपीए खातों में समझौते के तहत पूरी रकम जमा करवाने के बावजूद किसानों को समय पर दस्तावेज नहीं दिए जा रहे है। किसानों को संतोषजनक जवाब देने की बजाय बुरा बर्ताव किया जाता है। बैंक पासबुक में एंट्री नहीं की जा रही है। इसके साथ ही किसानों ने फसल खराबे का क्लेम नहीं मिलने पर भी नाराजगी जताई।
किसानों का है यह कहना
किसान नेता साहबान खां ने बताया कि दी जैसलमेर सेण्ट्रल सहकारी बैंक और सहकारी समितियों में खरीफ 2016, खरीफ और रबी 2017 के साथ ही खरीफ 2018 का फसल बीमा क्लेम कंपनी की ओर से देने के बावजूद किसानों को क्लेम राशि नहीं मिल पा रही है। इससे भी आर्थिक तंगी झेल रहे किसानों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।