राज्य सरकार जुलाई-अगस्त तक किशनगढ़ में हवाई सेवा शुरू करना चाहती है। इसके चलते इससे जुड़ी तमाम औपचारिकताओं तथा अन्य कार्यों को जल्द से जल्द पूरा किया जा रहा है। हवाई सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों को किशनगढ़ हवाई अड्डे में जयपुर के बाद सर्वाधिक संभावनाएं दिख रही है।
यही वजह है कि इसके शुरू होने से पहले एक कंपनी ने सरकार को दिल्ली से किशनगढ़ होकर अहमदाबाद और चेन्नई तथा कोलकता से किशनगढ़ होकर मुम्बई तक हवाई सेवा शुरू करने के प्रस्ताव भेजे हैं। हालांकि हवाई अड्डे की जद में आ रहे ढाणी राठौरान गांव समस्या बना हुआ है। जहां से अभी तक सभी ग्रामीणों का पुनर्वास नहीं किया जा सका है।
कतार में कोटा-सवाई माधोपुर बजट में घोषणा के साथ ही कोटा और सवाई माधोपुर में हवाई सेवा के प्रयास भी शुरू हो गए हैं। जहां कोटा में हवाई अड्डा पहले से है, वहीं सवाई माधोपुर में हवाई पट्टी बनी हुई है।
इसलिए अहम है किशनगढ़ अजमेर में ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह तथा पुष्कर में प्रति दिन हजारों की संख्या में लोग पहुंचते हैं। इसमें कई फिïल्म स्टार और मार्बल उद्यमी भी शामिल है। अजमेर में हवाई सेवा नहीं होने के चलते इन लोगों को फिलहाल जयपुर उतरना पड़ता है।
जिसके बाद ये सड़क मार्ग से अजमेर पहुंचते हैं। किशनगढ़ में हवाई सेवा शुरू होने से ये लोग सीधे किशनगढ़ पहुंचेंगे, जिससे उनका समय बचेगा। ऐसे में हवाई सेवा देनी वाली कंपनी को अच्छा यात्री भार मिलने की उम्मीद है।
अगस्त में होगी पहली उड़ान शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि किशनगढ़ एयरपोर्ट से विमान की पहली उड़ान अगस्त महीने में ही शुरू होगी और ट्रायल लेंडिंग जुलाई महीने में होगी। शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने बुधवार को निर्माणाधीन एयरपोर्ट का निरीक्षण किया और सुरक्षा बंदोबस्त एवं यात्री सुविधाओं के बारे में जानकारियां ली।
राज्यमंत्री देवनानी ने टर्मिनल भवन एवं वॉच टॉवर, रन-वे, चार दीवारी निर्माण कार्य एवं अन्य निर्माण कार्यों का जायजा लिया। साथ ही देवनानी ने महाप्रबंधक संजीव जिंदल से निर्माण संबंधित जानकारियां ली और 15 अगस्त से शिड्यूल फ्लाइट शुरू करने के लिए प्रयास करने का आग्रह किया। महाप्रबंधक जिंदल ने उन्हें भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की ओर से किए जा रहे सामाजिक सरोकार के कार्यों की भी जानकारी दी।