कहने को तो जूतियां बोलते ही दिमाग में एक ही इमेज बनती है, लेकिन इन जूतियों में भी अंतर होता है। अलग अलग नामों से पुकारी जाने वाली इन जूतियों की कशीदाकारी और डिजाइन में फर्क होता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं अलग अलग तरह की स्टाइल की जूतियों के बारे में…
1. सलीम शाही कशीदा नोंकदार जूती— ये जूती आप किसी भी तरह के पहनावे के साथ पहन सकते हैं और ये वाकई बहुत खूबसूरत लगती हैं।दोनों जूतियों को किसी भी पैर में पहना जा सकता है। जो लोग जूतों में ज्यादा खर्च करना पसंद नहीं करते, उनके लिए ये जूतियां परफेक्ट हैं, क्योंकि ये जूतियां काफी लम्बे समय तक चलती हैं।
2. महारानी जोधा जनानी जूती— इस तरह की जूतियां आगे की ओर से चौड़ी और पीछे से चौड़ी होती हैं। वेट में काफी हल्की होती हैं। इन पर विशेषरूप से सफेद, हरे और लाल रंग से ही कशीदा काढ़ा जाता है।
3. सिंधी जनानी— ये जूती मुगल कला शैली की देन है। कश्ती की तरह बनाई गई ये जूती दो हिस्सों में जोड़ कर बनाई जाती है। इस तरह की जूती का तलवा काफी पतला होता है। पहनने में ये जूतियां बहुत ही आरामदायक महसूस होती हैं। इस जूती पर काला मखमल लगाकर बारीक व महीन हरा, लाल व पीला कशीदा किया जाता है।
इसके अलावा नवरंग कशीदाकारी सिलाई जूती, मारवाड़ी कशीदाकारी सिलाई जूती, कच्छी जनानी जरीन जूती, कैमल कटिंग लाईट मोजरी, राजस्थानी कशीदाकारी जूती, बहादुर शाह गोसा स्लीपर, महाराजा भर्तृहरि कशीदा सिलाई मोजड़ी, मृग उज्जैनी लाल जरी जूती, गुजराती मुड्डी जरीन जनानी, कैमल रेशमीन नोकदार मर्दाना, काली रेशमीन कशीदा नोंकदार मर्दाना जूती भी राजस्थान में बनने वाली जूतियों के प्रमुख प्रकार हैं। गोलजरी पूरी बैली लेडिज जूती एवं मारवाड़ी रंगीन कशीदा मोजड़ी महिलाओं के लिए बनाई जाने वाली मोजड़ियां हैं।