जानिए कैसे मिलाते थे दूध में पानी, टैंकर में कहां बना रखे थे सीक्रेट चैंबर
जयपुर। जयपुर डेयरी में दूध में मिलावट का अजब-गजब खेल सामने आया। जिसे देख हर कोई दंग रह गया। मामला यह है कि तीन दिन पूर्व डेयरी में दूध की चोरी के मामले में पकड़े गए दोनों टैकरों की सोमवार को डेयरी अधिकारियों ने गहनता से जांच पड़ताल की। मशीन से टैंकर के नीचे बनाए गए हॉल को काटा, तो उसमें वॉल्व लगा नजर आया। इसके बाद टैंकर के उपर लगी पाइप लाइन में पानी भरकर जांच की तो, एक टैंकर में 200 लीटर तो दूसरी में 400 लीटर पॉकेट की क्षमता देखने को मिली। रोजाना 600 लीटर पानी को दूध मेें मिलाकर चपत लगा रहे थे। चोरी का यह सिलसिला करीब डेढ़ साल से चल रहा था। यह दोनों टैंकर अमूमन दौसा क्षेत्र से ही दूध लेकर आते थे। इसमें कौन-कौन शामिल हैं, इसकी पड़ताल अभी बाकी है। इधर, डेयरी ने दोनों टैंकरों के मालिकों के खिलाफ बजाज नगर थाने में मामला भी दर्ज करवाने जा रहा है। डेयरी अधिकारियों का कहना है कि पुलिस की मदद लेकर अंतिम कड़ी तक जाएंगे।
ऐसे करते थे कारनामा
टैंकर के अंदर एक लोहे का पॉकेट बनाया हुआ था। इसमें पानी भरने के लिए टैंकर के ऊपरी सतह से एक पाइप लाइन डाली हुई थी। जिसका कनेक्शन दूध के वॉल्व में किया हुआ था। पॉकेट में पानी भरने के बाद उसकी मात्रा के अनुसार टैंकर में दूध कम डालते थे। जिससे कि डेयरी में पहुंचने के बाद वजन करने में चोरी का खुलासा नहीं हो सकें। वजन करने के बाद टैंकर के नीचे बनाए गए पॉकेट के वॉल्व को खोल दिया जाता था। जिससे पॉकेट का पानी दूध के साथ घुलमिलकर डेयरी के टैंक में खाली हो जाता था। इससे खाली टैंकर के वजन में भी उन्हें कोई परेशानी नही आती थी। इसी तरह यह सिलसिला चलता रहा।