वीडियो: पुलिस सुरक्षा में फिर स्थापित हुई बापू की प्रतिमा
जयपुरPublished: Mar 01, 2016 07:23:00 pm
कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच मंगलवार को फिर नगरपालिका प्रशासन ने यहां गांधी चौराहे पर नवनिर्मित सर्किल पर महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित करवा दी।
कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच मंगलवार को फिर नगरपालिका प्रशासन ने यहां गांधी चौराहे पर नवनिर्मित सर्किल पर महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित करवा दी। ठीक एक माह बाद फिर इस प्रतिमा को लगाया गया है। प्रतिमा स्थापित करने के दौरान दौरान सांगोद थाने का पूरा लवाजमा यहां मौजूद रहा।
जानकारी के अनुसार तीस जनवरी को यहां गांधी चौराहे पर लगी बरसों पुरानी महात्मा गांधी की प्रतिमा को नगरपालिका ने सर्किल के सौन्दर्यीकरण के नाम पर हटा दिया था। बापू की पुण्यतिथि के दिन यह प्रतिमा हटाने का कांग्रेस ने काफी विरोध किया था तथा जिला मुख्यालय व कस्बे में विरोध प्रदर्शन किए थे।
सोमवार को भी एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने यहां विरोध में रैली निकाली थी। प्रतिमा हटाने को लेकर विरोध व आलोचनाओं का सामना कर रहे नगरपालिका प्रशासन ने मंगलवार को जिला कलक्टर की स्वीकृति के बाद प्रतिमा को फिर सर्किल पर स्थापित करवाया।
पहनाई माला, किया नमन
करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद प्रतिमा पुन: अपनी जगह खड़ी हो पाई। बाद में पालिकाध्यक्ष देवकीनंदन राठौर, उपाध्यक्ष जगदीश शर्मा, अधिशासी अधिकारी मनोज मालव समेत सभी पार्षदों एवं आम लोगों ने प्रतिमा पर माल्यार्पण कर बापू को नमन किया। प्रतिमा लगाने के दौरान यहां नगरपालिका के जनप्रतिनिधि एवं कर्मचारी मौजूद थे। लोगों की भी काफी भीड़ लगी रही।
रामधुन और देशभक्ति संगीत भी
प्रतिमा हटाने के दौरान जहां छैनी और हथोड़े की आवाज गूंज रही थी वहीं प्रतिमा लगाने के दौरान यहां देशभक्ति गीत और रामधुन बजती रही। जनप्रतिनिधि एवं भाजपा कार्यकर्ता भी बीच बीच में महात्मा गांधी अमर रहे जैसे नारे लगाते रहे। अधिशासी अधिकारी मालव ने बताया कि चौराहे के सौन्दर्यीकरण के बाद प्रतिमा को भी निखारने के प्रयास किए जाएंगे।
अभी केवल स्ट्रक्चर तैयार
अभी यहां प्रतिमा स्थापित करने के लिए केवल स्ट्रक्चर खड़ा किया गया है। सर्किल के सौन्दर्यीकरण का काम शेष है। इसमें यहां टाइल्स लगाई जाएगी तथा फव्वारे व लाइटिंग का काम होगा। हरियाली भी विकसित की जाएगी। इतने काम अभी बाकी हैं लेकिन पालिका ने ये काम हए बिना ही प्रतिमा स्थापित कर दी है।
समझा जाता है कि लोगों के विरोध को देखते हुए पालिका प्रशासन ने सौन्दर्यीकरण का कार्य पूरा हुए बिना ही प्रतिमा को स्थापित किया है। चौराहे के सौन्दर्यीकरण पर पालिका ने आठ लाख रुपए खर्च करने का निर्णय लिया था।