कोटा/नागौर/जयपुर। विशिष्ट खुफिया जानकारी ( Intelligence Information ) पर कड़ी कार्रवाई करते हुए वस्तु एवं सेवा कर खुफिया महानिदेशालय मुख्यालय-डीजीजीआई ( Directorate General of GST Intelligence,DGGI ) ने राजस्थान के कोटा ( Kota ) में चलाए जा रहे एक कारखाने के जरिए सिगरेट की गुप्त मंजूरी के एक रैकेट का खुलासा किया है, जिसमें 72 करोड़ रुपए से अधिक की कर चोरी ( Tax Evasion ) का पर्दाफाश ( Busted ) हुआ है। ( Jaipur News ) वित्त मंत्रालय ने बुधवार को यहां जारी बयान में यह जानकारी देते हुए कहा कि कोटा और नागौर में कारखाने, ट्रेङ्क्षडग फर्म, गोदामों, गुप्त कार्यालयों एवं लाभार्थियों के आवास सहित विभिन्न स्थानों पर गत 17 जुलाई को तलाशियां ली गईं।
-बिना कर-शुल्क भुगतान के सिगरेट की आपूर्ति तलाशी के दौरान गुप्त कारखाना, करों-शुल्कों के भुगतान के बिना ही सिगरेट की आपूर्ति करने से संबंधित आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए। इस मामले की प्रारंभिक जांच में अब तक 72 करोड़ रुपए से भी अधिक की कर चोरी का खुलासा हुआ है।
-लॉकडाउन अवधि के दौरान भी कर-शुल्क चोरी जब्त दस्तावेज से प्राप्त आंकड़ों से पता चला है कि सिगरेट की आपूर्ति यहां तक कि लॉकडाउन अवधि के दौरान भी धड़ल्ले से की जा रही थी।
-सीजीएसटी एक्ट में एक शख्स गिरफ्तार इस मामले में एक व्यक्ति को सीजीएसटी अधिनियम, 2017 के प्रावधानों के तहत 20 जुलाई को गिरफ्तार किया गया और मामले की जांच अभी जारी है। कार्रवाई के बाद वस्तु एवं सेवा कर खुफिया महानिदेशालय मुख्यालय (डीजीजीआई) की ओर से इस बात का पता लगाया जा रहा है कि इस रैकेट के तार कहां तक जुड़े हैं और क्या अन्य जिलों या राज्यों में भी कर व शुल्क चोरी की एेसी कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है। कोटा में पकड़ा गया यह रैकेट संभवत: देश का सबसे बड़ा सिगरेट तस्कर गिरोह है जिसने सरकार को 72 करोड़ की चपत लगाई है।