मृतका सुमन (40) पत्नी राजेश चौधरी पति से कई वर्षों से अलग रह रही थी। इनमें महिला के पुत्र व पुत्री और मृतक पुरुष के पांच संतानें हैं। मृतक बानसूर तहसील की ढाणी धोली वाली निवासी मातादीन सिंह शेखावत (42) झोलाछाप चिकित्सक था। यह पिछले दो साल से महिला के सम्पर्क में था और उसी के साथ रह रहा था।
पुलिस अधीक्षक जयपुर ग्रामीण शंकरदत्त शर्मा ने बताया कि दोनों के शव सुबह कमरे में पड़े होने की सूचना सुमन की बहन मनीषा ने पुलिस को दी। इस पर एसपी रामकुमार कस्बा व उप अधीक्षक दिनेश कुमार यादव सहित कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। मौका मुआयना करने पर पाया कि दोनों के शव कमरे में फर्श पर पास पास पड़े थे। इनको नजदीक से पिस्टल से सिर में गोली मारने से फर्श पर खून बह रहा था।
पति से अलग रह रही थी मृतका मृतका सुमन व बहन मनीषा की शादी 1998 में एक ही घर में बूढवाल थाना नांगल चौधरी हरियाणा निवासी राजेश चौधरी व मनोज चौधरी के साथ हुई थी। इनका पीहर ग्राम भांकरी में है। इनके पिता वहां के सरपंच रहे हैं। जबकि मनोज चौधरी अभी बूढवाल के सरपंच हैं। शादी के कुछ वर्षों बाद से ही दोनों बहने पतियों से अलग हो गई थी। इनमें सुमन यहां मकान बनाकर रहने लग गई। जबकि छोटी बहन नीमराणा में निजी कम्पनी में सर्विस करने लग गई।
बेटे ने बहन-मौसी को दी सूचना
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मौका मुआयना के दौरान मृतका की बहन व उसकी बेटी भी वहां मौजूद थी। जबकि इसका 20 वर्षीय पुत्र पंकज फरार था। वह पिछले पांच महिनों से मां के साथ रह रहा था। इससे पहले वह बूढवाल में पिता के साथ रह रहा था। उसने ही सुबह अपनी बहन खशुबु व मौसी को गोली चलने की सूचना दी और पुलिस व एम्बुलेंस लेकर आने को कहा। उसके बाद से वह फरार हो गया। उसका मोबाइल फोन बंद आ रहा है। उसके फरार होने व मोबाइल बंद आने से पुलिस को शक है उसने ही दोनों की हत्या की है।