कुट्टूू के आटे में होने वाला विटामिन डी और फोलेट जैसे तत्व हमारे हृदय को अंदरूनी रूप से मजबूत बनाए रखने में सहायक होते है। इसके साथ ही यह अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में भी मददगार होते है। इससे हमें दिल से जुड़ी परेशानियों का खतरा भी कम होता है।
कुट्टू हमारी हड्डियों को भी मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होता है। कुट्टू में मैग्नीशियम, कैल्शियम और फास्फोरस आदि की प्रचुरता होती है। कुट्टू शरीर में ऊतकों के विकास में भी सहायक होता है। इससे ऑस्टियोपोरोसिस और गठिया जैसी बीमारियों को दूर करने में भी मदद मिलती है.
कुट्टू हमारे ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित बनाए रखने में सहायक होता है। दरअसल कुट्टू के आटे में फाइबर के अलावा मैग्नीशियम की मात्रा पाई जाती है, जो ब्लड प्रेशर को बढऩे से रोकती है। यह हमारे शरीर में एक अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है, जिससे शरीर का ब्लड प्रेशर सही बना रहता है।
कुट्टू पाचन संबंधी परेशानी में राहत देता है। कुट्टू में फाइबर की उच्च मात्रा होने के कारण यह पाचन प्रक्रिया को तेज करने में सहायक होता है। इससे आंतों द्वारा मल को आसानी से पारित करने में मदद मिलती है। कुट्टू आंतों की मांसपेशियों के संकुचन को उत्तेजित करने में सहायक होता है।
कुट्टू का नियमित सेवन हमारे शरीर में ऊर्जा के स्तर को लगातार बनाए रखता है, क्योंकि कुट्टू में विटामिन बी 3 पाया जाता है जो कि भोजन को ऊर्जा में परिवर्तित करके शरीर तक पहुंचाता है। कुट्टू कई पोषक तत्वों को ऊर्जा में बदल कर शरीर में उर्जा के स्तर को बनाए रखता है।
कुट्टू डायबिटीज के रोगियों के लिए भी फायदेमंद होता है। अध्ययनों से पता चलता है कि कुट्टू में मौजूद उच्च फाइबर रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। द इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार आहार फाइबर रक्त शर्करा के स्तर को काफी कम कर सकता है।
कुट्टू में पाए जाने वाले खनिज पदार्थों में मैग्नीशियम और कैल्शियम भी होते हैं। इसमें कॉपर और आयरन भी होते हैं,जो हमारे शरीर में एनीमिया की आशंका को खत्म करते हैं। शरीर में पर्याप्त मात्रा में कॉपर और आयरन की मौजूदगी हमारे रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण को बढ़ाते हैं।