मामले में मिली जानकारी के अनुसार दोनो आरोपी भी पूरे प्रकरण में शामिल थे। सोनू उर्फ गिरधारी और दीपक अग्रवाल ने बिटकॉइन ट्रेडिंग की रिकॉर्डिंग एसआई बबीता को
चुराकर दी थी। बबीता चौधरी को उसके पति अमरदीप के साथ कुछ दिनों पहले पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था।
चुराकर दी थी। बबीता चौधरी को उसके पति अमरदीप के साथ कुछ दिनों पहले पांच लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था।
दरअसल, बबीता ने विज्ञापन बनाने वाली कंपनी से बिटकॉइन की हेराफेरी के झूठे इलजाम में फंसाने की एेवज में 50 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। बबीता ने विज्ञापन कंपनी के संचालक को थाने भी बुलाया था और बिटकॉइन हेराफेरी के झूठा आरोप लगाकर उस पर आईटी एक्ट में फंसा कर कार्रवाई करने की बात कही थी और मामले को रफा-दफा करने के लिए 50 लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। जिसकी एक क़िस्त वह एक रेस्टोरेंट में लेने पहुंची थी, इस दौरान एसीबी ने बबीता को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। रिश्वत के मामले में एसीबी ने कार्रवाई करते हुए मंगलवार को दो अन्य लोगो को और गिरफ्तार किया है। जिनके आरोप है कि उन्होंने रिकॉर्डिंग एसआई बबीता को दी थी।
एसीबी ने बबिता और उसके वकील पति अमरदीप को एसीबी कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और मामले की आगे की कार्रवाई जारी है। एसीबी अधिकारियों की माने तो बबिता के घर में कुल 19 प्रॉपर्टी के दस्तावेज निकले हैं, जिसमें 7 प्रॉपर्टी के दस्तावेज बबिता और उसके पति के नाम पर है। वहीं दो दुकान के भी भूखंड मिले है। बबिता के घर में करीब दस लाख रुपए के गहनों के बिल मिले हैं, लेकिन एसीबी को गहने नहीं मिले। वहीं खुद पति और सास—ससुर के साथ वैशालीनगर स्थित किराए के मकान में रहती थी।
एसीबी ने बबिता और उसके वकील पति अमरदीप को एसीबी कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और मामले की आगे की कार्रवाई जारी है। एसीबी अधिकारियों की माने तो बबिता के घर में कुल 19 प्रॉपर्टी के दस्तावेज निकले हैं, जिसमें 7 प्रॉपर्टी के दस्तावेज बबिता और उसके पति के नाम पर है। वहीं दो दुकान के भी भूखंड मिले है। बबिता के घर में करीब दस लाख रुपए के गहनों के बिल मिले हैं, लेकिन एसीबी को गहने नहीं मिले। वहीं खुद पति और सास—ससुर के साथ वैशालीनगर स्थित किराए के मकान में रहती थी।