‘ये किसकी है?’
‘सरप्राइज लाया हूं ऋतु के लिए। तुम्हारे दिए पैसे से डाउन पेमेंट कर दिया बाकी किश्तों में चुका दूंगा।’
‘और तुम्हारे चश्मे का क्या हुआ?’
‘कहां है तू?’ ‘मां मैं वैभव के साथ आगरा आ गई हूं।’ ‘वैभव जो हमारे किराए पर रहता था व गलत हरकतों के कारण मैंने मकान खाली करवाया था।’
‘बेटा तू अभी नासमझा है।’
‘पापा मैं बालिग हो गई हूं।’
‘लेकिन पापा मैं गाड़ी से बहुत आगे निकल आई हूं। अब लौटना मुश्किल है।’
गिरधर की आंखें नम हो गईं। पौंछने के लिए हाथ गया तो आलपिन की नोंक ऊंगली में चुभ गई।