देखिए…मतगणना के लिए जब हुआ प्रस्थान, ईवीएम ने लाहौल-स्पीति से भरी उड़ान
जयपुरPublished: May 21, 2019 03:24:50 pm
गणना के लिए विशेष हेलीकाप्टर से 189 ईवीएम और वीवीपैट मशीनें लाहौल-स्पीति जिला मुख्यालय पहुंच गई हैं।
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मतगणना के लिए विशेष हेलीकाप्टर से 189 ईवीएम और वीवीपैट मशीनें लाहौल-स्पीति जिला मुख्यालय पहुंच गई हैं। हिमाचल प्रदेश सहित पूरे देश में 23 मई को है.रोहतांग दर्रे के देर से खुलने की आशंकाओं के मदे्दनजर आयोग ने विशेष हेलिकॉप्टर से वीवीपैट और ईवीएम मशीनें केलांग से लाहौल-स्पीति पहुंचायी हैं. आपको बता दें कि मंडी लोकसभा के अंतर्गत आने वाले लाहौल–स्पीति विधानसभा चुनाव क्षेत्र, देश के सबसे दुर्गम और कठिन क्षेत्र माना जाता है. जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति का सम्पूर्ण क्षेत्र अभी भी 5 से 10 फीट तक बर्फ से ढंका हुआ है.लाहौल-स्पीति जिला के निर्वाचन तहसीलदार दोरजे ठाकुर ने बताया कि पवन हंस हेलिकॉप्टर द्वारा 183 वीवीपैट और ईवीएम मशीनें मतगणना के लिए लाहौल-स्पीति पहुंचा दिए गए हैं.उन्होंने बताया कि लाहौल में 63 और स्पीति में 29 पोलिंग स्टेशन बनाए गए थे। आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में दुनिया के सबसे ऊंचे मतदान केन्द्र ताशिगांग गांव में रविवार को 142.85 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया और सभी वोटों को वैध घोषित किया गया।देश की इस सबसे बड़ी लोकतांत्रिक कवायद में एक और विशेष बात सामने आई जहां स्पीति घाटी के ताशिगांग में ही सबसे छोटे मतदान केंद्र ‘का’ में मतदान प्रतिशत 81.25 फीसदी से अधिक दर्ज किया गया। ‘का’ में कुल 13 मतदाताओं ने मतदान किया। कजा़ के एसडीएम जीवन नेगी ने कहा कि ताशिगांग की मतदाता सूची में महज 49 पंजीकृत मतदाता हैं और कुल 70 मतदाताओं ने गांव के मतदान केंद्र पर वोट डाला। मतदान प्रतिशत में इस अविश्वसनीय बढ़ोतरी की वजह ताशिगांग और आसपास के अन्य मतदान केंद्रों पर तैनात कई निर्वाचन अधिकारियों की 15,256 फुट ऊंचाई पर स्थित दुनिया के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र पर वोट डालने की इच्छा रही।ताशिगांग गांव के कुल 49 पंजीकृत मतदाताओं में से कुल 36 ग्रामीणों ने मतदान किया। इनमें 21 पुरुष और 15 महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव अधिकारियों ने संबंधित सहायक निर्वाचन अधिकारियों द्वारा उन्हें जारी चुनाव कर्तव्य प्रमाणपत्र (ईडीसी) दिखाने के बाद ताशिगांग मतदान केंद्र पर वोट डाले। ताशिगांग हिमाचल प्रदेश में एक प्राचीन बौद्ध मठ के पास स्थित गांव है। यह भारत-तिब्बत सीमा के पास स्पीति घाटी में सबसे ऊंचा गांव है। यहां मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ जब तापमान जमाव बिन्दु से नीचे था। मतदाता कड़कड़ाती ठंड में अपने पारंपरिक परिधानों में मतदान केन्द्र पर आए।ताशिगांग और ‘का’ दोनों मतदान केंद्र मंडी संसदीय क्षेत्र में आते हैं जहां राज्य की चार लोकसभा सीटों में सर्वाधिक 17 उम्मीदवार खड़े हैं। मंडी में सीधा मुकाबला भाजपा के मौजूदा सांसद राम स्वरूप शर्मा और कांग्रेस उम्मीदवार आश्रय शर्मा के बीच है। आश्रय पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम के पौत्र हैं।