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जेडीए का हास्यास्पद निर्णय, चरागाह भूमि की बंदरबांट

जेडीए ने समुदाय व जाति विशेष के मोक्षधाम के लिए रामलाकाबास की चरागाह भूमि आरक्षित कर दी, जिनका आसपास की 18 पंचायतों में निवास नहीं है।

बगरूOct 02, 2017 / 04:45 pm

Ramakant dadhich

jda news kalwar jaipur
कालवाड़ (जयपुर). झोटवाड़ा पंचायत समिति की मंडाभोपावास ग्राम पंचायत गठन से अब तक विकास की गतिविधियों के लिए जमीन को तरस रही है, वहीं जेडीए ने इसी पंचायत के जयपुर-फलौदी मेगा हाईवे स्थित रामलाकाबास गांव स्थित बहुउपयोगी चरागाह भूमि को ग्रामीण विकास के बजाय जातीय ट्रस्टों को मोक्षधाम के लिए आरक्षित कर ग्रामीणों की परेशानी बढ़ा दी है। जेडीए ने यहां मेगा हाईवे के दोनों ओर चरागाह भूमि खसरा नम्बर 15/1 की करीब 4 बीघा भूमि पंचायत विकास कार्यों के लिए आवंटित नहीं कर इसे एक समुदाय व जाति विशेष के मोक्षधाम के लिए कागजों में आरक्षित कर दिया है। मजे की बात तो यह है कि जिस समुदाय व जाति विशेष के लिए यह भूमि आरक्षित की गई है वो आसपास की करीब 18 ग्राम पंचायतों में निवास नहीं करते।
इस फैसले के विरोध में ग्रामीण आन्दोलन पर उतर आए हैं। रविवार को भी ग्रामीणों ने गोचर भूमि पर प्रदर्शन कर जेडीए के फैसले का विरोध किया। गोचर संघर्ष समिति के अध्यक्ष घनश्याम सोनी ने आरोप लगाया कि गोचर भूमि को जेडीए ने मनमाने तरीके से जातिगत ट्रस्टों को मोक्षधाम के लिए आरक्षित किया है, जबकि संबंधित अधिकारियों को प्रकरण बार-बार जानकारी देने के बावजूद यह प्रकरण अब भी लंबित पड़ा है। ग्रामीणों का कहना है कि यह बेशकीमती जमीन ग्रामीण विकास के लिए काम आनी चाहिए।
…सरपंचों ने सौंपे प्रमाण पत्र…
चरागाह भूमि को जेडीए द्वारा मोक्षधाम के लिए आरक्षित करने के बाद आसपास की करीब 18 ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने जेडीए आयुक्त को प्रमाण पत्र दिए हैं कि रामलाकाबास में जिस गोचर भूमि को ट्रस्टों के माध्यम से जिनके मोक्षधाम के लिए आरक्षित किया है उस समुदाय व जाति के लोग उनकी पंचायतों में निवास नहीं करते।
…नहीं होने देंगे कब्जा…
रामलाकाबास के ग्रामीण गोचर भूमि को बचाने के लिए संघर्ष समिति के साथ एकजुट दिखाई दे रहे हैं। समिति अध्यक्ष घनश्याम सोनी, राजेश नटवाडिय़ा, रतन वर्मा आदि ने बताया कि गोचर भूमि को कब्रिस्तान, मोक्षधाम के लिए आरक्षित करने के बाद संबधित लोग इस पर कब्जा करने आए थे, लेकिन ग्रामीणों के भारी विरोध के चलते उनको लौटना पड़ा। संघर्ष समिति ने साफ चेताया है कि गोचर भूमि को विकास कार्यों के लिए अलावा किसी भी कार्य में नहीं लेने देंगे।
…ग्राम सभा में विरोध प्रस्ताव पारित…
गोचर भूमि को जेडीए द्वारा मोक्षधाम के लिए आरक्षित करने के विरोध में मंडाभोपावास ग्राम पंचायत ने ग्राम सभा का आयोजन कर इसके खिलाफ पूर्ण कोरम से निरस्त करने का प्रस्ताव पारित किया था।

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