बाजारों में आज दूसरे दिन हालात और ज्यादा खराब हो गए। जयपुर शहर में चैपड़ों में खंदों में फूलमाला विक्रेता भी आ गए। पुलिस ने हटाना चाहा लेकिन कुछ देर सामान बेचने की मोहलत मांग ली। रामगंज में भी कई जगहों पर फुटपाथ पर दुकाने लगाकार सामान बिकने लगा। वाहन चालकों की भीड़ तो कल से भी ज्यादा दिखाई दी। सवेरे-सवेरे शहर के बाहर क्षेत्रों में भी काफी भीड़ नजर आई। जबकि मानसरोवर, प्रताप नगर, जगतपुरा, मालवीय नगर, वैशाली नगर, मुरलीपुरा, सीकर रोड पर हर दिन दर्जनों की संख्या में मरीज मिल रहे हैं।
जन अनुशासन पखवाड़े के दौरान भी मरीजों की संख्या बढ़कर बारह हजार तक जा पहुंची है। इसे लेकर अब सरकार जिलों की पुलिस के जरिए गुप्त रिपोर्ट तैयार करवा रही है कि किस तरह से लोग बाहर निकल रहे हैं और क्या क्या बहाने बना रहे हैं। साथ ही यह भी पता किया जा रहा है कि खाद्य वस्तुओं की दुकानों को खोलने के अलावा अन्य दुकानें नहीं खुलने पर आमजन पर क्या प्रभाव पड रहा हैं। जिलों के पुलिस अधीक्षक इस तरह की रिपोर्टृस पुलिस मुख्यालय तक भेज रहे हैं। संभव है कि इन रिपोर्ट्स के आधार पर जल्द ही सरकार और ज्यादा सख्त कदम उठाए। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट्स के आधार पर जल्द ही सरकार इस अनुशासन पखवाड़े को रिव्यू करने की तैयारी में है।