ये कैसे डॉक्टर : मासूम के बाएं की जगह दाएं हाथ में बांध दिया प्लास्टर
कानपुरPublished: Feb 09, 2016 11:48:00 pm
जिला चिकित्सालय में मंगलवार को करीब चार वर्षीय मासूम के बाएं हाथ के
स्थान दाएं हाथ में प्लास्टर बांध दिया गया। बालक लगातार रोता रहा, परिजन
चिकित्सालय में चक्कर काटते रहे लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
परिजन काटते रहे चक्कर, बाद में सुधारी गलती
बारां. जिला चिकित्सालय में मंगलवार को करीब चार वर्षीय मासूम के बाएं हाथ के स्थान दाएं हाथ में प्लास्टर बांध दिया गया। बालक लगातार रोता रहा, परिजन चिकित्सालय में चक्कर काटते रहे लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
बाद में लापरवाही स्वीकार करते हुए सही हाथ में प्लास्टर बांधा गया। शहर के दंडोतिया की बाड़ी निवासी प्रदीप राठौर व उसकी पत्नी नवल बाई का कहना है कि उनके पुत्र प्रिंस के अचानक गिर जाने से हाथ में दर्द हो रहा था। मंगलवार को जिला चिकित्सालय में दिखाने गए तो डॉ. सत्येन्द्र गोयल ने हाथ में फै्रक्चर बताते हुए उपचार पर्ची पर प्लास्टर कराने की सलाह दी। वहां मौजूद एक नर्सिंगकर्मी ने बाएं हाथ की जगह दाएं हाथ में प्लास्टर बांध दिया। बच्चा रोता रहा, लेकिन किसी ने नही सुनी।
क्लिनिक पर ले गए
इस मामले में परिजनों की ओर से बच्चे के रोते रहने की बात कही तो नर्सिंगकर्मी का कहना था कि यह सही है। अब डॉक्टर चले गए, शाम को आना या फिर आपातकालीन कक्ष में चले जाओ। मजूबर परिजन बच्चे को लेकर अस्पताल में चक्कर काटते रहे। बाद में जिला चिकित्सालय के डॉ. सत्येन्द्र गोयल के क्लिनिक पर बच्चे को ले जाकर सही साथ में प्लास्टर बंधवाया गया।
नर्सिंगकर्मी की लापरवाही से गलत हाथ में प्लास्टर बंध गया, जिसे बाद में सही हाथ में बांध दिया गया है।
– डॉ. सत्येन्द्र गोयल,
कनिष्ठ विशेषज्ञ, अस्थि रोग, जिला चिकित्सालय
मामले की जानकारी लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी, इस तरह की लापरवाही नहीं होना चाहिए।
– डॉ. बीएस कुशवाह, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी जिला चिकित्सालय बारां