राहुल ने कहा, “ईमानदारी से कहूं तो खिलाड़ी का जीवन ही ऐसा होता है। उतार-चढ़ाव भरा। मैं जब आइपीएल में चेन्नई के लिए चुना गया था तो मैं अच्छी गेंदबाजी नहीं कर रहा था और उसका कारण चोट थी। चोट के बाद मसाल्स में दिक्कत थी। हालांकि मैं बीच आइपीएल से घर चला गया था। धोनी भाई ने बोला की अगर ठीक नहीं हो तो घर जा सकते हो। उसके बाद से मैं चोट से परेशान रहा।”
लंबी कद काठी के इस खिलाड़ी ने कहा, “मेरा रिदम फंस गया था। बेशक वो दौर मेरे लिए तनावपूर्ण था, लेकिन मैं भगवान में विश्वास करने वाला इंसान हूं। इसलिए मुझे भरोसा था कि मैं वापस आ जाऊंगा।” मैं बेंगलुरू में राघुराम भट्ट से ट्रेनिंग ले रहा हूं। उनसे मैं अपनी गेंदबाजी के बारे में बात करता रहता हूं। मैं संभावित खिलाडिय़ों की सूची में हूं कभी भी टीम में आ सकता हूं। मैं बैक टू ट्रैक हूं।”