महाराष्ट्र के अकोला, तेलंगाना के श्रीकोंडा, गुजरात के सूरत और मद्रास में चेन्नई से मंडी में नींबू की आवक हो रही है। अब लगातार नींबू के दामों में गिरावट आ रही है। इसी माह नींबू के दाम आम लोगों के लिए सामान्य हो जाएंगे। 15 से 20 दिन बाद मध्यप्रदेश के रतलाम से भी नींबू आना शुरू हो जाएगा।
नींबू की फसल को पानी चाहिए। तभी उसमें रस बढ़ता है। अब बारिश होगी, तो नींबू की फसल अच्छी होगी। दाम भी घटेगा। तंवर ने बताया कि अभी थोक दाम में मोटा नींबू 100 रुपए किलो बिक रहा है। ये अच्छी क्वालिटी का नींबू है। वहीं मीडियम नींबू 60 से 80 रुपए किलो बिक रहा है।
महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, मद्रास समेत देश के कई राज्यों में बेमौसम बारिश से पिछले दिनों नींबू की फसलों को बड़ा नुकसान हुआ। राजस्थान में नींबू की स्थानीय पैदावार गर्मी में नहीं हुई, जिससे मंडियों में आस-पास के क्षेत्रों से नींबू की आवक नहीं हुई। तेज गर्मी पड़ने से घरों में खपत बढ़ने, नवरात्र, रमजान के पर्व और शादी-सावों के मौसम में नींबू की डिमांड में बढ़ोतरी होने से दामों में बढ़ोतरी होती चली गई। नींबू से बनी ड्रिंक्स बनाने वाली फैक्ट्रियों में बढ़ी डिमांड और खेतों-मंडियों से सीधे सप्लाई होने, डीजल-पेट्रोल की बढ़ी कीमतों के कारण किराया-भाड़ा बढ़ने से भी दामों में उछाल आया। इसके अलावा कम सप्लाई और बढ़ी डिमांड देखकर व्यापारियों ने भी स्टॉक करके मुनाफाखोरी की और मनमाने दाम वसूले।