मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 24 घंटे में जहां बंगाल की खाड़ी के उत्तर पूर्वी इलाकों में कम वायुदाब बनने का पूर्वानुमान है वहीं दूसरी तरफ पंजाब और उत्तर प्रदेश में सक्रिय चक्रवाती तंत्र के असर से पूर्वी राजस्थान के कई जिलों में मेघगर्जना के साथ मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। बीते 24 घंटे में प्रदेश के कई इलाकों में कहीं तेज तो कहीं मध्यम बारिश का दौर जारी रहा। हनुमानगढ़ के टिब्बी और संगरिया में मूसलाधार बारिश हुई।
राजधानी जयपुर में बादलों की आवाजाही रही, लेकिन मेघ छितराई बौछारें कर लौट गए। बीती दोपहर शहर के कुछ इलाकों में छिटपुट बौछारें गिरी। जिले के चौमूं, फागी, विराटनगर और किशनगढ़ रेनवाल में हल्की बारिश हुई। वहीं जयपुर एयरपोर्ट पर छितराई बारिश मापी गई। हवा में आद्र्रता बढऩे पर आज सुबह राजधानी जयपुर में धुंध छाई रही। धुंध के कारण सुबह जयपुर एयरपोर्ट पर दृश्यता में आंशिक कमी दर्ज हुई। हालांकि छितराए बादलों के बीच सूर्यदेव के दर्शन हुए और धुंध छंटी। आज सुबह छह बजे शहर का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है।
अगले तीन दिन 23 जिलों में झमाझम बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने आगामी 5 अगस्त तक जयपुर, अलवर, बांसवाड़ा, अजमेर, भीलवाड़ा, बारां,भरतपुर, बूंदी, चित्तौडगढ़़, दौसा, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सिरोही, टोंक और उदयपुर समेत 23 जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी दी है।
24 घंटे में 6 सेमी हुई आवक
जयपुर शहर की लाइफ लाइन बीसलपुर बांध का जलस्तर आज सुबह 307 आरएल मीटर के पार जा पहुंचा है। बांध में पानी की आवक में आंशिक तेजी आई है और बीते 24 घंटे में बांध का जलभराव 6 सेंटीमीटर बढ़कर 307.03 आरएल मीटर रेकॉर्ड हो चुका है। वहीं दूसरी तरफ मौसम विभाग ने अगले दो तीन दिन भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़, राजसमंद समेत कई जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी दी है। ऐसे में माना जा रहा है कि अगले सप्ताह में बांध के जलस्तर में बंपर तेजी आएगी। त्रिवेणी में पानी की बहाव 1.40 मीटर उंचाई पर बना हुआ है। इसके चलते बांध में पानी की आवक लगातार हो रही है।
कोटा बैराज से हो रही पानी की निकासी
हाड़ौती अंचल में बीते दिनों हुई तेज बारिश से कोटा बैराज में पानी की भारी आवक हुई। बीते दिनों जहां बैराज के चार पांच गेट खोलकर पानी की निकासी की गई। वहीं बीती रात से बैराज से पानी का डिस्चार्ज कम कर दिया गया है। आज सुबह बैराज का एक गेट एक फीट उंचाई तक खोलकर 1239 क्यूसेक पानी चंबल में छोड़ा जा रहा है।