मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी जिलों में स्वयंसेवी संस्थाओं (एनजीओ) के सहयोग से अभियान चलाए और लोगों को जागरूक करने के लिए सेमिनार व अन्य गतिविधियां शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने जयपुर में एक बड़ा सम्मेलन करने की भी बात कही।
मुख्यमंत्री गहलोत ने परिवहन विभाग और गृह विभाग के अधिकारियों, पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे रोड सेफ्टी कानून की पालना कराएं। उन्होंने कहा कि कहा की दुर्घटनाओं में 50 फ़ीसदी कमी लाएं यह टारगेट लेकर अभियान शुरू करें जितनी भी सफलता मिलेगी लोगों की जान बचेगी वह प्रदेश के लिए हम सबके लिए अच्छा होगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय सड़क, राजमार्ग, भूतल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की सराहना करते हुए कहा कि गडकरी ने रोड सेफ्टी मेजर्स के उल्लंघन पर जुर्माना राशि कई गुना बढा दी, वह अच्छा कार्य है। गडकरी ने इसके कानून में जो संशोधन किया वह सराहनीय है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र ने पेनल्टी कई गुना बढ़ा दी थी, इसलिए राज्य सरकार ने विचार विमर्श किया कि गरीब पेनल्टी कैसे भरेगा, थोड़ी बहुत गलती की है तो उसे 100 का जुर्माना देना पड़ेगा। इससे उसे शर्मिंदगी महसूस होगी और वह हेलमेट लगाएगा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोविड-19 खत्म नहीं हुआ है। केवल लॉकडाउन समाप्त हुआ है। इसलिए हमें सावधानी और बचाव के लॉकडाउन जैसे ही करने होंगे। हमें इकोनामी और आजीविका दोनों चलानी है इसलिए लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जागरूक करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने जिस गुणवत्ता के हेलमेट आज बांटे है, वैसे ही हेलमेट सबको उपलब्ध कराएं। हेलमेट नाम का नहीं, काम का यानी क्वालिटी का होना चाहिए जिससे जान बच सके। उन्होंने प्रदेशवासियों से रोडसेफ्टी नियमों की पालना करने की अपील की। इस कार्यक्रम के तहत 15 हजार हेलमेट बांटे जाएंगे। कार्यक्रम में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने हर जगह 50 सुरक्षा दूत तैयार करने, रोड सेफ्टी का पूरा फंड खर्च करने की बात कही। कार्यक्रम में गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया,भीलवाड़ा जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के अध्यक्ष एवं विधायक रामलाल जाट अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) रोहित कुमार सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त) निरंजन आर्य, शासन सचिव (पशुपालन) डॉ. राजेश शर्मा, परिवहन आयुक्त रवि जैन, सूचना एवं जनसम्पर्क आयुक्त महेन्द्र सोनी तथा एमडी आरसीडीएफ केएल स्वामी भीलवाड़ा डेयरी के चेयरमैन रामचंद्र चौधरी सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।