बताया जा रहा है कि विधायक नरपत सिंह राजवी, कालीचरण सराफ और प्रताप सिंह सिंघवी से सिंह ने चिट्ठी लिखने की वजह जानी। साथ ही विधायकों ने भी सिंह को अपनी पीड़ा बताई। उधर पूर्व विधायक एवं मंत्री राजपाल सिंह, युनूस खान और अशोक परनामी ने भी सिंह से मुलाकात की। इन नेताओं से सिंह ने 8 मार्च को राजे की धार्मिक यात्रा के संबंध में जानकारी ली है। इन नेताओं ने भी संगठन पर खुद को दरकिनार करने के आरोप लगाए। नेताओं का कहना था कि वरिष्ठ होने के बाद भी उन्हें संगठन से लगातार दूर रखा जा रहा है।
राजनीतिक बात से नेताओं ने किया इनकार सिंह से मिलकर निकले पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी और पूर्व मंत्री युनूस खान ने किसी भी तरह की राजनीतिक बात होने से इनकार किया। परनामी ने कहा कि मेरे अरुण सिंह से पुराने संंबंध है। मेरे प्रदेशाध्यक्ष के समय वो राष्ट्रीय महामंत्री थे। इसलिए उनसे मिलने आया था। कोई राजनीतिक बात नहीं हुई है। युनूस खान ने भी इसे सामान्य मुलाकात बताया। वहीं प्रताप सिंह सिंघवी ने कहा कि उन्हें मेरे बारे में जानकारी दी है।