विधायक बैरवा ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि कैरोड़ी की ढाणी जटाला में दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठने पर पुलिस की मौजूदगी के बावजूद बारात पर पथराव हुआ जो कि निंदनीय है, जबकि दलित दूल्हे के परिवारजनों ने इस तरीके की आशंका को भांपते हुए पहले ही पुलिस को सूचना दे दी थी। बावजूद इसके स्तर की घटनाएं सामने आई है जिससे कि दलित समाज में रोष व्याप्त है। बैरवा ने पत्र में लिखा कि संवेदनशील मुख्यमंत्री के रहते इस तरीके की घटनाएं बहुत ही शर्मसार करने वाली है।
थाना स्टाफ को किया जाए सस्पेंड
खिलाड़ी बैरवा बेरवा ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग किया कि इस घटना के बाद संबंधित थाने के सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया जाए और जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है उन्हें 1 महीने में चालान पेश करके उन्हें सख्त सजा दिलवाई जाए। पोक्सो कोर्ट के जरिए 7 से 15 दिन में चालान पेश हुए हैं और पीड़ितों को न्याय मिला है उसी तर्ज पर इन पीड़ित परिवार को भी न्याय दिलाया जाए।
दलित वर्ग से चार कैबिनेट मंत्रियों के बावजूद हुई घटना
खिलाड़ी बैरवा ने कहा कि गहलोत सरकार में चार कैबिनेट मंत्री दलित वर्ग से हैं बावजूद इसके गुरूवार रात को दलित वर्ग के साथ इस तरह की घटना हो गई। गौरतलब है कि जयपुर जिले की पावटा की ग्राम पंचायत कैरोड़ी की ढाणी जटाला में गुरूवा देर रात दलित दूल्हे की बारात पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया था, जिसमें 12 लोग घायल हो गए। बरात पर हुए पथराव से अफरा-तफरी मच गई थी। पुलिस के कई वाहन भी इसमें क्षतिग्रस्त हो गए थे।