गोस्वामी ने बताया कि कबड्डी को Olympics में शामिल करने के लिए फैडरेशन का मजबूत होना बहुत जरूरी है, एशियाई देशों में अभी फैडरेशन इतनी मजबूत नहीं है हालांकि यूरोप और अमेरिका में भी कबड्डी खेला जाता है लेकिन यहां कॉन्टिनेटल फैडरेशन और चैंपियनशिप होने के बाद ही दावा मजबूत होगा। आप देखेंगे कि ओलंपिक में फिगर स्केटिंग, रॉक क्लामिंग जैसे खेल है उनसे कबड्डी कही ज्यादा अच्छा खेले है। ईरान, द. कोरिया जैसे देश इससे जुड़े है चीन भी इससे जुड़े और प्रयास और बेहतर होंगे।
गोस्वामी में कबड्डी के क्रेज के बारे में बताया कि दो साल पहले द. अफ्रीका में ईस्ट एशियन चैंपियनशिप शुरू हुई और अभी तीन महीने पहले ही आसियन ग्रुप के राष्ट्रों के बीच कबड्डी चैंपियनशिप हुई, जिसमें हांगकांग, कोरिया और ताईवान भी शामिल रहे। वहीं लीग के समय वल्र्ड मार्शल आर्ट ओलंपिक में कबड्डी को शामिल किया गया।