Accountant General के आक्षेपों का निकाय नहीं देते जवाब, मगर अब देना होगा
महालेखाकार के आक्षेपों का निकाय जवाब नहीं देते हैं। इसका नतीजा है कि जून, 2022 तक प्रदेश के निकायों में 944 निरीक्षणों के 7986 आक्षेप आज भी लंबित हैं। इनमें भी प्रदेश की 10 नगर निगमों के 2106 आक्षेप हैं।
जयपुर
Published: August 03, 2022 06:24:27 pm
Accountant General के आक्षेपों का निकाय जवाब नहीं देते हैं। इसका नतीजा है कि जून, 2022 तक प्रदेश के निकायों में 944 निरीक्षणों के 7986 आक्षेप आज भी लंबित हैं। इनमें भी प्रदेश की 10 नगर निगमों के 2106 आक्षेप हैं। पिछले दिनों ही हुई विभागीय ऑडिट समिति की बैठक में यह आंकड़े सामने आए, जिस पर शासन सचिव जोगाराम ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने साफ किया है कि अगस्त, 2022 तक निदेशालय और उप निदेशक स्तर पर कैम्प आयोजित किए जाएं और शेष रहे आक्षेपों को तुरंत खत्म किया जाए।
महालेखाकार (सामान्य एवं सामाजिक क्षेत्र लेखापरीक्षक) की ओर से तय एजेंडे पर हुई बैठक के पहले ही बिन्दु में महालेखाकार कार्यालयों के निरीक्षण प्रतिवेदनों पर चर्चा हुई। इस दौरान सामने आया कि निरीक्षण प्रतिवेदनों की एक महीने के भीतर नियंत्रक अधिकारी की टिप्पणी और कुंजी दस्तावेज सहित भिजवानी होती है। लेकिन निकाय ऐसा नहीं कर रहे हैं। इसी तरह ऑडिट के बाद जारी ज्ञापनों का जवाब नहीं दिया जाता है और ना ही जांच दल को रिकॉर्ड उपलब्ध करवाया जाता है।
जयपुर नगर निगम ने भी दिया जवाब
जयपुर नगर निगम पर 1998-2001 से 2021-22 तक कुल 17 निरीक्षण प्रतिवेदनों में शामिल 725 आक्षेपों की अनुपालना बाकी है। इस पर निगम को निर्देश दिए गए कि महालेखाकार के पैराज को जल्द से जल्द निपटाया जाए। बैठक में सभी निकायों को निर्देश जारी किए गए हैं कि भविष्य में महालेखाकार को समय पर सूचनाएं उपलब्ध कराई जाए।

Accountant General के आक्षेपों का निकाय नहीं देते जवाब, मगर अब देना होगा
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