फैमिली को डांस स्टेप्स कराने से रोजाना दिनभर की बोरियत दूर हो गई। साथ ही बॉडी फिट हो रही है। यह कहना है वैशाली नगर ( Vaishali Nagar ) निवासी डांस कोरियोग्राफर दीपा बर्मन का। बर्मन ने बताया कि लॉकडाउन समय का सदुपयोग फैमिली के साथ किया। पापा—मम्मी और भाई को अच्छा नहीं लगता था, लेकिन अब वेस्टर्न स्टेप्स सीखा रही हूं। दिनभर सोने के बजाय रोज एक से डेढ़ घंटे की प्रैक्टिस में दो गाने तैयार किए है। इससे बॉडी भी फिट हो रही है।
सब बॉलीवुड बीट्स पसंद करते है, लेकिन मैं फैमिली के बच्चों को राजस्थानी सॉन्ग ( rajasthani dance )
पर डांस सीखा रहा हूं। इससे वे राजस्थानी कल्चर ( rajasthani culture ) समझेंगे, साथ ही अपने स्कूल—कॉलेज में सबसे डिफरेंट परफॉर्म कर पाएंगे। मैजिशियन डांस ग्रुप लीडर हीरापुरा पावर हाउस निवासी पवन कुमार पचेरवाल कहते है कि लॉकडाउन का फायदा कोरोना से सुरक्षित रहने के साथ ही अगले वेडिंग सीजन के दौरान स्टेज पर भी बच्चों के जरिए देखने को मिलेगा।
कोरियोग्राफर जितेश कुमार ने बताया कि रैगुलर बच्चों को डांस कराता हूं। लॉकडाउन में बच्चे भूल नहीं जाए, इसलिए उन्हें वीडियो बनाकर भेज रहा हूं। साथ ही मेरे कई रिलेटिव्स को भी ऑनलाइन सीखे रहे है। फैंटास्टिक फॉर ग्रुप के कोरियोग्राफर जितेश कहते है कि ऐसा नहीं कि वे माहिर हो जाएंगे, लेकिन शादियों में सबसे अलग जरुर दिखेंगे।