इन्हें किया गया बंद
जयपुर में राजस्थान स्टेट होटल, बरकत नगर, जगतपुरा में सरस्वती नगर, हीरापुरा, रामगंज डाकघर को दूसरे डाकघर में मर्ज कर दिया गया। इसी प्रकार राजापार्क और चांदपोल के डाकघर भी बंद किए गए। इनके अलावा भीलवाड़ा मण्डल में 2, ब्यावर में 1 और डूंगरपुर मंडल में 2 डाकघर मर्ज किए गए हैं। बांसवाड़ा में तो शहर के मध्य चल रहे सबसे पुराने और कुशलगढ़ के उप डाकघर पर ताले लगाकर तामझाम उठवा दिए। इसी प्रकार की कार्यवाही उदयपुर में भी की गई।
जयपुर में राजस्थान स्टेट होटल, बरकत नगर, जगतपुरा में सरस्वती नगर, हीरापुरा, रामगंज डाकघर को दूसरे डाकघर में मर्ज कर दिया गया। इसी प्रकार राजापार्क और चांदपोल के डाकघर भी बंद किए गए। इनके अलावा भीलवाड़ा मण्डल में 2, ब्यावर में 1 और डूंगरपुर मंडल में 2 डाकघर मर्ज किए गए हैं। बांसवाड़ा में तो शहर के मध्य चल रहे सबसे पुराने और कुशलगढ़ के उप डाकघर पर ताले लगाकर तामझाम उठवा दिए। इसी प्रकार की कार्यवाही उदयपुर में भी की गई।
एक रुपए किराए पर चल रहे थे डाकघर
इसी तरह से चांदपोल बाजार और राजापार्क डाकघर को सरकारी बिल्डिंग में चल रहे थे उनको भी जानबूझ कर खाली कर दिया गया और यह डाकघर केवल 1 रुपए के किराए पर चल रहे थे जबकि आबादी को देखते हुए डाकघरों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए न कि कम करने की जरूरत है। इसी तरह से चांदपोल बाजार और राजापार्क डाकघर को सरकारी बिल्डिंग में चल रहे थे उनको भी जानबूझ कर खाली कर दिया गया और यह डाकघर केवल 1 रुपए के किराए पर चल रहे थे जबकि आबादी को देखते हुए डाकघरों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए न कि कम करने की जरूरत है।
इसी तरह से चांदपोल बाजार और राजापार्क डाकघर को सरकारी बिल्डिंग में चल रहे थे उनको भी जानबूझ कर खाली कर दिया गया और यह डाकघर केवल 1 रुपए के किराए पर चल रहे थे जबकि आबादी को देखते हुए डाकघरों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए न कि कम करने की जरूरत है। इसी तरह से चांदपोल बाजार और राजापार्क डाकघर को सरकारी बिल्डिंग में चल रहे थे उनको भी जानबूझ कर खाली कर दिया गया और यह डाकघर केवल 1 रुपए के किराए पर चल रहे थे जबकि आबादी को देखते हुए डाकघरों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए न कि कम करने की जरूरत है।
नियम विरूद्ध बंद करने का आरोप
वहीं मजदूर संघ ने आरोप लगाया है कि डाक प्रशासन ने नियम विरुद्ध और मनमाने तरीके से प्रदेश के कई डाकघरों को भी बंद कर दिया। जिससे आम जनता को मूलभूत डाक सेवाओं के लिए परेशान होना पड़ रहा है। संघ के प्रदेश संगठन मंत्री हरि मोहन शर्मा ने आरोप लगाया कि जो डाकघर बंद किए गए हैं उनमें से अधिकांश डाकघरों की जमीन पर भूमाफियाओं की नजर थी। अब इन डाकघरों के बंद होने से इनकी बेशकीमती जमीन पर भूमाफियाओं के लिए अतिक्रमण की राह आसान हो गई है।
वहीं मजदूर संघ ने आरोप लगाया है कि डाक प्रशासन ने नियम विरुद्ध और मनमाने तरीके से प्रदेश के कई डाकघरों को भी बंद कर दिया। जिससे आम जनता को मूलभूत डाक सेवाओं के लिए परेशान होना पड़ रहा है। संघ के प्रदेश संगठन मंत्री हरि मोहन शर्मा ने आरोप लगाया कि जो डाकघर बंद किए गए हैं उनमें से अधिकांश डाकघरों की जमीन पर भूमाफियाओं की नजर थी। अब इन डाकघरों के बंद होने से इनकी बेशकीमती जमीन पर भूमाफियाओं के लिए अतिक्रमण की राह आसान हो गई है।
लोकसभा अध्यक्ष को करना पड़ा हस्तक्षेप
आपको बता दें कि कोटा में ऐसे एक प्रकरण में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला तक को हस्तक्षेप करना पड़ा था। भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश संगठन मंत्री हरिमोहन शर्मा ने आरोप लगाया कि जयपुर में बरकत नगर में संचालित एक डाकघर को भी बंद कर दिया गया ऐसे में संभावना बन गई है कि इसकी जमीन पर पास ही बने हुए एक होटल मालिक द्वारा कब्जा कर लिया जाएगा।
आपको बता दें कि कोटा में ऐसे एक प्रकरण में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला तक को हस्तक्षेप करना पड़ा था। भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश संगठन मंत्री हरिमोहन शर्मा ने आरोप लगाया कि जयपुर में बरकत नगर में संचालित एक डाकघर को भी बंद कर दिया गया ऐसे में संभावना बन गई है कि इसकी जमीन पर पास ही बने हुए एक होटल मालिक द्वारा कब्जा कर लिया जाएगा।
सांसद ने लिखा था केंद्रीय मंत्री को पत्र
आपको बता दें कि लगातार बंद हो रहे डाकघरों को लेकर जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा को केन्द्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद को पत्र लिखना पड़ा। बोहरा ने पत्र लिखकर बरकत नगर, राजस्थान स्टेट होटल, सरस्वती नगर, हीरापुरा, रामगंज बाजार एवं चांदपोल बाजार स्थित डाकघरों की सेवा निरंतर जारी रखने की मांग की थी लेकिन इसके बाद भी इन डाकघरों को बंद कर दिया गया। बोहरा ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री डाकघरों को विकसित कर बैंकों के समान सुविधा देने की दिशा में कार्य कर रहे हैं और डाकघरों में एटीएम की सुविधा उपलबध हो पाई है। वहीं डाक विभाग राजस्थान परिमंडल में जयपुर के 30 डाकघरों को चरणबद्ध तरीके से बंद करने की योजना बना रहा है और 24 फ्रेंचाइजी पहले ही बंद कर चुका है। उन्होंने कहा कि डाकघर बंद करने से कॉलोनीवासी और आमजन को पेंशन, मनीऑडर, बीमा आदि पाने के लिए परेशान होंगे और वहीं हुआ।
डाकघर में स्थिति:
बरकत नगर डाकघर : 50 हजार खाते, करीब एक करोड़ रुपए का लेनदेन, हर डाक बुकिंग।
राजस्थान स्टेट होटल : 20 हजार खाते, चालीस लाख रुपए से ज्यादा लेनदेन, 150 से ज्यादा डाक बुकिंग।
सरस्वती नगर : 5 हजार एक्टिव खाते, दस लाख रुपए का लेनदेन, 200 डाक बुकिंग।
हीरापुरा : 15 हजार खाते, चालीस लाख का लेनदेन व 400 डाक बुकिंग।
आपको बता दें कि लगातार बंद हो रहे डाकघरों को लेकर जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा को केन्द्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद को पत्र लिखना पड़ा। बोहरा ने पत्र लिखकर बरकत नगर, राजस्थान स्टेट होटल, सरस्वती नगर, हीरापुरा, रामगंज बाजार एवं चांदपोल बाजार स्थित डाकघरों की सेवा निरंतर जारी रखने की मांग की थी लेकिन इसके बाद भी इन डाकघरों को बंद कर दिया गया। बोहरा ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री डाकघरों को विकसित कर बैंकों के समान सुविधा देने की दिशा में कार्य कर रहे हैं और डाकघरों में एटीएम की सुविधा उपलबध हो पाई है। वहीं डाक विभाग राजस्थान परिमंडल में जयपुर के 30 डाकघरों को चरणबद्ध तरीके से बंद करने की योजना बना रहा है और 24 फ्रेंचाइजी पहले ही बंद कर चुका है। उन्होंने कहा कि डाकघर बंद करने से कॉलोनीवासी और आमजन को पेंशन, मनीऑडर, बीमा आदि पाने के लिए परेशान होंगे और वहीं हुआ।
डाकघर में स्थिति:
बरकत नगर डाकघर : 50 हजार खाते, करीब एक करोड़ रुपए का लेनदेन, हर डाक बुकिंग।
राजस्थान स्टेट होटल : 20 हजार खाते, चालीस लाख रुपए से ज्यादा लेनदेन, 150 से ज्यादा डाक बुकिंग।
सरस्वती नगर : 5 हजार एक्टिव खाते, दस लाख रुपए का लेनदेन, 200 डाक बुकिंग।
हीरापुरा : 15 हजार खाते, चालीस लाख का लेनदेन व 400 डाक बुकिंग।