वहीं नुकसान का जायजा लेने पंहुचे कृषि एवं सहकारिता विभाग के प्रमुख शासन सचिव व जिले के प्रभारी सचिव नरेशपाल गंगवार का कहना है कि उनका कहना था कि विभाग की टीम टिड्डी दल के खात्मे को लेकर दवाई का छिड़काव कररही है। टिड्डी पाकिस्तान से आई है। इसके खात्मे को लेकर व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं । किसानों को जो आर्थिक नुकसान हुआ है उसका मुआवजा भी दिलाया जाएगा। स्थानीय विधायक मंजू मेघवाल ने कहा कि किसानों का जो भी नुकसान हुआ है उसकी मांग सरकार से की जाएगी उन्हें जो भी आर्थिक रूप नुकसान हुआ है उसका मुआवजा दिलाया जाएगा। नागौर कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर जी राम चौधरी ने कहा कि क्षेत्र में टिड्डी दल के खात्मे के लिए व्यापक प्रयास किए जाएंगे किसानों को जो आर्थिक नुकसान हुआ है उसके मुआवजे के लेकर सरकार से मांग करेंगे। इस दौरान जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव, विधायक डॉ मंजूदेवी मेघवाल, कृषि उपनिदेशक हरजीराम चौधरी, जायल तहसीलदार राम सिंह एव कृषि विभाग के अधिकारी शंकर राम सियाग भी साथ थे। किसानों का कहना था कि ऐसा टिड्डी दल का पड़ाव जिंदगी में पहली बार देखा है अगर समय रहते इसको खात्मा नहीं किया गया तो हमें बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान झेलना पड़ेगा सारी फसलें नष्ट यह दल नष्ट कर देगा। गौतलब है कि 11 अप्रेल को प्रदेश में टिड्डी दलों का प्रवेश हुआ था। अब तक जैसलमेर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर, जोधपुर, नागौर, अजमेर, पाली, बीकानेर, सिरोही और भीलवाड़ा में टिड्डी दल का प्रकोप देखा जा चुका है। टिड्डी दल एक सप्ताह पहले भी नागौर आया था और अब एक बार फिर नागौर जिले के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में पंहुच चुका है