जोधपुर में 45 स्थानों पर 4000 हेक्टर में नियंत्रण कृषि विभाग के उप निदेशक वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि 4 मई से अब तक जोधपुर में करीब 45 स्थानों पर 4000 हेक्टर में टिड्डी नियंत्रण कार्यक्रम किया जा चुका है। अधिकांश टिड्डी बाप, फलोदी और देचू के आसपास सीमित रही। अब बची-खुची टिड्डी है जो नियंत्रण कार्यक्रम के बाद उड़ गई थी। जोधपुर में कुछ रहवासीय क्षेत्रों में टिड्डी आई है लेकिन यह संख्या में इतनी कम है कि इनसे कोई खतरा नहीं है।
उत्तर प्रदेश में फिलहाल नहीं टिड्डी चेतावनी संगठन के उप निदेशक डॉ केएन गुर्जर ने बताया कि वर्तमान में पश्चिमी राजस्थान के कई जगहों पर टिड्डी बिखरी हुई है। उत्तर प्रदेश में फिलहाल कोई टिड्डी नहीं है। अधिकांश जगहों पर टिड्डी नियंत्रित कर दी गई है।
बीकानेर: शहरी क्षेत्र में दिन भर मंडराती रही टिड्डियां
बीकानेर. शहरी क्षेत्र में शुक्रवार रात को आए टिड्डी दल का जमावड़ा शनिवार को दिनभर विभिन्न कॉलोनियों में ही रहा। हालांकि वो कहीं पर एक दल के रूप में नीचे नहीं उतरी। दिन में इंदिरा कॉलोनी, गांधी कॉलोनी, करणीनगर में करीब एक किमी लंबा दल मंडराता रहा। शुक्रवार शाम ढलने के बाद ही शहरी सीमा में टिड्डियों ने प्रवेश किया। बाद में बारिश और तेज आंधी आने से टिड्डी दल इधर-उधर हो गया।
यहां पर किया नियंत्रण बीकानेर जिले के कतरियासर, लांडेरा, बंबलू में कृषि विभाग की टीम ने रात को बारिश थमने के बाद ही टिड्डियों पर नियंत्रण का कार्य शुरू कर दिया था, जो शनिवार सुबह तक पूरा हुआ। इसके साथ ही डूंगरगढ़ तहसील के जोधासर के आसपास, नोखा के सोवा, जांगलू, जेडी मगरा सहित गांव पूगल के पास भी एक दल था। सभी को मिलाकर कुल एक हजार हैक्टेयर में फैले टिड्डी दल का खात्मा शनिवार को किया गया।