scriptटिड्डी ने रोक दी कार्मिकों की तबादला सूची | Locust stopped the transfer list of personnel | Patrika News

टिड्डी ने रोक दी कार्मिकों की तबादला सूची

locationजयपुरPublished: Dec 27, 2019 12:30:53 am

Submitted by:

vinod

लम्बे समय से स्थानांतरण सूची (Transfer list) का इंतजार कर रहे टिड्डी नियंत्रण संगठन (Locust control organization) के कार्मिकों की उम्मीदों पर टिड्डी ने पानी फेर दिया। विभाग में दिसंबर महीने में तबादला सूची जारी होनी थी, लेकिन दिसंबर में भी लगातार टिड्डी हमलों के चलते स्थानांतरण सूची अटक गई।

टिड्डी ने रोक दी कार्मिकों की तबादला सूची

टिड्डी ने रोक दी कार्मिकों की तबादला सूची

-लगातार टिड्डी हमले के चलते अटक गई लिस्ट

बाड़मेर। लम्बे समय से स्थानांतरण सूची (Transfer list) का इंतजार कर रहे टिड्डी नियंत्रण संगठन (Locust control organization) के कार्मिकों की उम्मीदों पर टिड्डी ने पानी फेर दिया। विभाग में दिसंबर महीने में तबादला सूची जारी होनी थी, लेकिन दिसंबर में भी लगातार टिड्डी हमलों के चलते स्थानांतरण सूची अटक गई। ऐसे में तीन-चार वर्षों से स्थानांतरण का इंतजार कर रहे कार्मिकों को अब और इंतजार करना पड़ेगा
विभाग में राजस्थान के बाहर से लगे कार्मिकों को ट्रांसफ र लिस्ट का बेसब्री से इंतजार था। पिछले तीन-चार वर्षों से बाड़मेर-जैसलमेर सहित अन्य स्थानों पर लगे कार्मिकों को उम्मीद थी कि उन्हें अपनी पंसद की और घर के पास पोस्टिंग मिल जाएगी। इसलिए उन्होंने तैयारी भी कर ली थी कि दिसंबर में तो उन्हें यहां से जाना ही है। इस बीच 15 दिसंबर को हुए टिड्डी के बड़े हमले ने उम्मीदों पर तुषारापात कर दिया।
अभी नहीं आएगी लिस्ट
विभाग को अभी टिड्डी के और हमले की आशंका है। इसलिए ट्रांसफ र सूची आने की उम्मीद ना के बराबर ही है। कार्मिक फरवरी में ही ट्रांसफ र लिस्ट जारी होने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
अक्टूबर-नवंबर तक ही आती रही है टिड्डी
टिड्डी का हमला मई-जून से शुरू होकर अक्टूबर तक ही होता है। नवंबर में तो बहुत कम हो जाती है। इस बार दिसंबर में भी टिड्डी आ रही है। विभाग के कार्मिकों का कहना है कि टिड्डी लगातार आने से उनके स्थानांतरण की सूची रूकी है। टिड्डी नवंबर के बाद नहीं आती तो दिसंबर में कइयों का यहां से स्थानांतरण तय था।
इधर, मेलाथियान का लगातार संपर्क कर रहा बीमार

पिछले 7-8 महीने से लगातार टिड्डी के हमले हो रहे हैं। विभाग के कार्मिक नियंत्रण के लिए मेलाथियान का स्प्रे करते हैं। वहीं अधिकारी भी फील्ड में कहां-कहां स्प्रे हुए वहां जांच को पहुंच रहे हैं। इसके चलते लम्बे समय से मेलाथियान के संपर्क में रहने से अधिकांश कार्मिकों की हालत बीमारों जैसी हो गई। विभाग ने मेलाथियान स्प्रे करने वाले सभी कार्मिकों व अधिकारियों की खून की जांच करवाई है। वहीं संसाधन कम होने के कारण अवकाश भी नहीं मिल रहे हैं। इसके चलते कार्मिकों का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है।
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