रविवार तक टिड्डियां जयपुर जिले के गांवों.दौसा में थी लेकिन रविवार शाम विद्याधर नगर आमेर में धावा बोला। इसके बाद सोमवार सुबह टिड्डियों के दल ने शास्त्री नगर से चार दीवारी, चौड़ा रास्ता, बड़ी चौपड़, राजापार्क, जवाहर नगर के बाद स्कीम तक उड़ान भरी। हालत यह हो गई कि आसमान में टिड्डियां चादर के समान दिखाई पड़ रही थीं। टिड्डियां रास्ते में पेड़.पौधे या अन्य जगह जहां भी बैठ कर नुकसान करती रही। लोग आसमान पर अचानक इतनी तादाद में टिड्डियां देखकर एकबारगी घबरा गए। राजापार्क में लोगों ने पटाखे फोड़कर टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया। वहीं सी स्कीम में लोगों ने थाली बर्तन बजाकर भगाया। आज हवा के रुख के साथ विद्याधर नगर शास्त्री नगर के हाउसिंग बोर्ड , पानीपेच और झोटवाड़ा इलाकों में दस्तक दे दी। टिड्डी दल झोटवाडा़ पंचायत समिति के लालचंदपुरा, मंशारामपुरा सरनाचौड़ आदि गांवों में दिखाई दिए।
किसानों के बीच पहुंचे कृषि मंत्री कटारिया
हरमाड़ा क्षेत्र स्थित सरना डूंगर क्षेत्र में रविवार शाम से लगातार टिड्डी दल का हमला जारी रहा। इस बीच सोमवार सवेरे कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया कार्यकर्ताओं के साथ सरना डूंगर क्षेत्र के आसपास गावों में पहुंचे।कटारिया ने ग्रामीणों का गुस्सा शांत करने के लिए मौके पर केमिकल डला पानी मंगाया और दमकल की मदद से खेतों पर स्प्रे कराया।
हरमाड़ा क्षेत्र स्थित सरना डूंगर क्षेत्र में रविवार शाम से लगातार टिड्डी दल का हमला जारी रहा। इस बीच सोमवार सवेरे कृषि मंत्री लाल चंद कटारिया कार्यकर्ताओं के साथ सरना डूंगर क्षेत्र के आसपास गावों में पहुंचे।कटारिया ने ग्रामीणों का गुस्सा शांत करने के लिए मौके पर केमिकल डला पानी मंगाया और दमकल की मदद से खेतों पर स्प्रे कराया।
विशेष गिरदावरी की मांग
आपको बता दें किए राजधानी में करीब पच्चीस साल के बाद इतनी बड़ी संख्या में टिड्डी दल ने हमला किया है। तीन से चार साल के दौरान कई बार टिड्डियां गर्मियों के समय दिखती रही हैं लेकिन इतनी बड़ी संख्या में करीब पच्चीस साल के बाद हमला हुआ है। जयपुर में टिड्डियों की मॉनिटरिंग कर रहे कृषि अफसरों का कहना था कि सब हवा के रुख के कारण हुआ है। किसानों ने विशेष गिरदावरी की मांग की है।
आपको बता दें किए राजधानी में करीब पच्चीस साल के बाद इतनी बड़ी संख्या में टिड्डी दल ने हमला किया है। तीन से चार साल के दौरान कई बार टिड्डियां गर्मियों के समय दिखती रही हैं लेकिन इतनी बड़ी संख्या में करीब पच्चीस साल के बाद हमला हुआ है। जयपुर में टिड्डियों की मॉनिटरिंग कर रहे कृषि अफसरों का कहना था कि सब हवा के रुख के कारण हुआ है। किसानों ने विशेष गिरदावरी की मांग की है।