इस बार आंकड़ा वर्ष 2014 चुनाव की तुलना में जरूर 352 कम हो गया है, लेकिन राजनीतिक पार्टियों के लिए चिंतन का विषय भी बन गया है। प्रदेश में सबसे ज्यादा बांसवाड़ा में 29 हजार 962 ने नोटा को मत दिया तो सबसे कम अलवर में 5 हजार 385 मत नोटा को गए। वहीं, कई सीटों पर तो नोटा कई पार्टियों पर भारी पड़ गया।
लोकसभा चुनाव के नतीजों ने जहां पूरे देश को चौंका दिया है, वहीं इस बार के चुनाव में नोटा ने भी कई पार्टी प्रत्याशियों के साथ निर्दलियों को हरा दिया। प्रदेश की राजधानी जयपुर में 21 उम्मीदवार नोटा के बराबर मत भी हासिल नहीं कर सके। इस बार सबसे ज्यादा नोटा आदिवासी इलाके की संसदीय सीटों पर दबा।
बांसवाड़ा सीट पर 29 हजार 962 मतदाताओं ने किसी भी उम्मीदवार को पंसद नहीं किया। इसी तरह उदयपुर में 28,169, बाड़मेर में 18 हजार 996, भीलवाड़ा में 17 हजार 418 व चित्तौडगढ़ में 17 हजार 528 मत नोटा को मिले। सबसे कम नोटा अलवर, भरतपुर, दौसा, करौली-धौलपुर व सीकर सीटों पर दबा। यहां नोटा का आंकड़ा लगभग साढ़े सात हजार तक रहा। हॉट सीट नागौर पर 13,049 मतदाताओं ने नोटा का प्रयोग किया।
किस सीट पर कितना दबा नोटा
सीट: नोटा मत- नंबर- प्रत्याशी से आगे नोटा
बीकानेर: 13,510- 3- 7
जयपुर ग्रामीण: 9351- 3- 6
झुंझुनूं: 8,497- 3- 10
नागौर: 13,049- 3- 11
पाली: 15,180- 3- 6
बाड़मेर: 18,996- 3- 5
जालौर: 17,714- 3- 13
चित्तौडग़ढ़: 17,528- 3- 8
भीलवाड़ा: 17,418- 3- 2
झालावाड़-बारां: 17,080- 3- 5
कोटा: 12,589- 3- 13
नौ सीटों पर नंबर 4 नोटा
लोकसभा सीट: नोटा मत- नंबर- प्रत्याशी से आगे नोटा
गंगानगर: 15,543- 4- 6
जयपुर: 6,522- 4- 21
अलवर: 5,385- 4- 8
करौली-धौलपुर: 7,319- 4- 2
दौसा: 7,394- 4- 8
टोंक-सवाईमाधोपुर: 8974- 4- 5
जोधपुर: 11,688- 4- 8
उदयपुर: 28,179- 4- 6
बांसवाड़ा: 29,962- 4- 3
नंबर पांच पर पांच सीटों पर रहा नोटा
अजमेर (9578), भरतपुर (5638), चुरू (9978), राजसमंद (12671) और सीकर (7816) लोकसभा सीटों पर नोटा कुल मतदान में नंबर पांच पर रहा।
नोटा कई पार्टियों पर पड़ा भारी
कांग्रेस और भाजपा के अंतर पर तो नोटा का कोई फर्क नहीं पड़ा। बावजूद नोटा के आंकड़ों ने कई पार्टियों और निर्दलीय प्रत्याशियों की गणित बिगाड़ दी। प्रदेश में कई जगहों पर बहुजन समाज पार्टी, अंबेडराइट पार्टी ऑफ इंडिया, भारतीय ट्राइबल पार्टी, बहुजन मुक्ति पार्टी, राष्ट्रीय मंगल पार्टी, शिवसेना, राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी पर नोटा भारी पड़ा। जयपुर लोकसभा सीट पर नोटा ने 21 प्रत्याशियों से ज्यादा मत प्राप्त किए। वहीं, 10 से ज्यादा प्रत्याशियों में झुंझुनूं, नागौर, जालौर, कोटा में नोटा ज्यादा मत प्राप्त कर सका।
23 सीटों पर हार-जीत से ज्यादा नोटा मत
पूरे देश में लोकसभा की 542 सीटों के लिए हुए चुनाव में 23 सीटों पर ‘इनमें से कोई नहीं’ (नोटा) को हार-जीत के अंतर से ज्यादा वोट मिले हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में चार-चार, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश तीन-तीन, ओडिशा और झारखंड में दो-दो तथा अंडमान एवं निकोबार, बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में एक-एक सीट पर हार-जीत का फैसला नोटा पर पड़े मतों से भी कम के अंतर से हुआ।