उन्होंने कहा कि मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने के लिए सेना, खेल और राजनीति में नाम करने वाले राठौड़ को जिताना होगा। इस देश में अब जय हिंद के नारे लगाना भी साम्प्रदायिक कहलाने लगे हैं। मोदी के हाथ में देश सुरक्षित है। उन्होंने अहीर, जाट, गुर्जर, ब्राह्मण, वैश्य, शूद्र, क्षत्रिय वर्ण के नाम गिनाते हुए कहा कि यह सभी एकजुट हैं। यह चुनाव 36 कौम का है, वोट देते समय धर्म और जात-पात बीच में नहीं आनी चाहिए।
भाजपा प्रत्याशी राठौड़ ने कांग्रेस के ‘अब न्याय होगा’ नारे पर तंज कसते हुए कहा कि इसका मतलब है कि कांग्रेस के इतने सालों के शासन में लोगों के साथ अन्याय हुआ है। वैसे भी न्याय तो अब हर बूथ पर कांग्रेस को जवाब देकर होगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती है कि कश्मीर से सेना हटाएंगे, हम कहते हैं कि देश से आतंकियों को मिटाएंगे। हम पर कोई हमला करेगा तो हम सरहद पार कर उसको मार गिराएंगे। उन्होंने कहा कि यह चुनाव 5 साल के कार्यों की 50 साल के कार्यों से मुठभेड़ है। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, विधायक सतीश पूनिया, राज्यसभा सदस्य रामकुंवर वर्मा, पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत आदि ने भी सभा को संबोधित किया।
खिलाड़ी और पूर्व सैनिक हुए शामिल राठौड़ की नामांकन सभा में गैरसियासी लोग भी शामिल हुए। खासतौर पर इनमें कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और पूर्व सैनिक नजर आए। कॉमनवेल्थ स्वर्ण पदक विजेता योगेश्वर दत्त, प्रथम भारतीय महिला पेरा ऑलम्पिक रजत पदक विजेता दीपा मलिक, अर्जुन अवार्ड विजेता व कबड्डी खिलाड़ी मंजीत चिल्लर शामिल हुए।