देर रात प्रत्याशियों को लेकर मंथन (Lok Sabha Election 2019)
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आवास पर रविवार देर रात 9 लोकसभा सीटों के प्रत्याशियों को लेकर मंथन चला। इस बैठक में मुख्य जोर नागौर, चूरू, अलवर, भरतपुर, करौली—धौलपुर सीटों को लेकर रहा। प्रत्याशी चयन का काम अंतिम चरण में है और पैनल तैयार कर अमित शाह को भेजा जाएगा। शाह की ओर से कराए सर्वे के नामों और पैनल में भेजे नामों का मिलान कर प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आवास पर रविवार देर रात 9 लोकसभा सीटों के प्रत्याशियों को लेकर मंथन चला। इस बैठक में मुख्य जोर नागौर, चूरू, अलवर, भरतपुर, करौली—धौलपुर सीटों को लेकर रहा। प्रत्याशी चयन का काम अंतिम चरण में है और पैनल तैयार कर अमित शाह को भेजा जाएगा। शाह की ओर से कराए सर्वे के नामों और पैनल में भेजे नामों का मिलान कर प्रत्याशी की घोषणा की जाएगी।
इन सीटों पर संभावित उम्मीदवारों को लेकर विवाद
भाजपा ने जिन सीटों पर विवाद के चलते प्रत्याशी की घोषणा रोकी थी, उन पर घमासान बढ़ता जा रहा है। सबसे ज्यादा घमासान नागौर सीट पर है। केन्द्रीय मंत्री सीआर चौधरी को नागौर से प्रत्याशी नहीं बनाने को लेकर जिले के छोटे से बड़े कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया। विरोध करने वाले नेताओं में नागौर जिले के दो बड़े जाट नेताओं सहित राजपूत, ब्राह्मण, वैश्य, एससी समेत सभी जातियों के नेता शामिल हो गए हैं। वहीं चूरू सीट से मौजूदा सांसद राहुल कस्वां के नाम पर पार्टी के दिग्गज नेता पूर्व मंत्री राजेन्द्र राठौड़ की असहमति बनी हुई है। राजसमंद सीट से मौजूदा सांसद हरिओम सिंह ने चुनाव लडऩे से मना कर दिया है। जिसके बाद पूर्व विधायक दीया कुमारी के नाम पर पार्टी के कई बड़े नेता लॉबिंग कर रहे हैं। वहीं करौली-धौलपुर सीट पर वर्तमान सांसद मनोज राजोरिया का विरोध लगातार जारी है। ऐसे में इन सीटों पर प्रत्याशियों के नामों को लेकर बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है।
भाजपा ने जिन सीटों पर विवाद के चलते प्रत्याशी की घोषणा रोकी थी, उन पर घमासान बढ़ता जा रहा है। सबसे ज्यादा घमासान नागौर सीट पर है। केन्द्रीय मंत्री सीआर चौधरी को नागौर से प्रत्याशी नहीं बनाने को लेकर जिले के छोटे से बड़े कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया। विरोध करने वाले नेताओं में नागौर जिले के दो बड़े जाट नेताओं सहित राजपूत, ब्राह्मण, वैश्य, एससी समेत सभी जातियों के नेता शामिल हो गए हैं। वहीं चूरू सीट से मौजूदा सांसद राहुल कस्वां के नाम पर पार्टी के दिग्गज नेता पूर्व मंत्री राजेन्द्र राठौड़ की असहमति बनी हुई है। राजसमंद सीट से मौजूदा सांसद हरिओम सिंह ने चुनाव लडऩे से मना कर दिया है। जिसके बाद पूर्व विधायक दीया कुमारी के नाम पर पार्टी के कई बड़े नेता लॉबिंग कर रहे हैं। वहीं करौली-धौलपुर सीट पर वर्तमान सांसद मनोज राजोरिया का विरोध लगातार जारी है। ऐसे में इन सीटों पर प्रत्याशियों के नामों को लेकर बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है।