इन चेहरों पर रहेगा दारोमदार
कालीचरण सराफ : भाजपा के कद्दावर नेताओं में से एक रहे, पिछली सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके। विधानसभा चुनाव में जीत कुछ वोटों से ही हुई। बोहरा के नाम पर पहले सहमत नहीं थे, लेकिन अब साथ होने का दावा।
नरपत सिंह राजवी : पिछली सरकार में ज्यादातर समय संगठन से दूरी रही, लेकिन विधानसभा चुनाव में जीत में वोट का आंकड़ा अच्छा रहा, इससे कद बढ़ा। अशोक लाहोटी : विधानसभा चुनाव में शहर में सबसे ज्यादा वोट से जीत हासिल की। वैश्य समाज को डायवर्ट होने से रोकने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी होगी।
मोहनलाल गुप्ता : विधानसभा चुनाव हारे और बाद में भाजपा शहर अध्यक्ष बने। बतौर शहर अध्यक्ष की महत्वपूर्ण और मुख्य भूमिका होगी। उनके काम का आकलन इससे भी होगा।