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कुम्भलगढ़ को बाघ अभयारण्य के रूप में विकसित किया जाए-दीयाकुमारी

locationजयपुरPublished: Jul 19, 2021 08:34:36 pm

Submitted by:

Umesh Sharma

लोकसभा में मानसून सत्र के पहले ही दिन सांसद दीयाकुमारी ने राजस्थान में 5वें संभावित बाघ अभयारण्य के रूप में कुंभलगढ़ को विकसित करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि कुम्भलगढ़ अभयारण्य 1280 वर्ग किलोमीटर से अधिक में फैला है, जो कि सरिस्का से बड़ा है और यहां 1970 के दशक से बाघों की उपस्थिति दर्ज की गई है।

कुम्भलगढ़ को बाघ अभयारण्य के रूप में विकसित किया जाए-दीयाकुमारी

कुम्भलगढ़ को बाघ अभयारण्य के रूप में विकसित किया जाए-दीयाकुमारी

जयपुर।

लोकसभा में मानसून सत्र के पहले ही दिन सांसद दीयाकुमारी ने राजस्थान में 5वें संभावित बाघ अभयारण्य के रूप में कुंभलगढ़ को विकसित करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि कुम्भलगढ़ अभयारण्य 1280 वर्ग किलोमीटर से अधिक में फैला है, जो कि सरिस्का से बड़ा है और यहां 1970 के दशक से बाघों की उपस्थिति दर्ज की गई है।
नियम 377 के तहत लोकसभा में बोलते हुए सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि वर्तमान में शिकार का आधार प्रारंभिक चरण में 4 बाघों के लिए पर्याप्त है और आने वाले वर्षों में कम से कम 45 बाघों को रखने की क्षमता रखता है। रणथंभौर में बाघों की बढ़ती आबादी नए इलाके की तलाश में संरक्षित क्षेत्रों से भटक रही है और इसके परिणामस्वरूप मानव और बाघों के बीच संघर्ष देखने को मिल रहा है। मौजूदा टाइगर रिजर्व को संरक्षित करते हुए नए टाइगर रिजर्व विकसित करना बहुत महत्वपूर्ण है तथा देश में बाघ संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कुम्भलगढ़ में बाघों को लाने की प्रक्रिया को भी गति देना चाहिए।
कौशल विकास का प्रश्न पूछा

दीयाकुमारी ने कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री से प्रश्न करते हुए पूछा कि देश में जिले वार प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्रों की संख्या का विवरण क्या है तथा पिछले तीन वर्षों में राजस्थान सहित पूरे देश में प्रशिक्षित छात्रों एवं प्रशिक्षण के बाद कार्यरत छात्रों की कुल संख्या का आंकड़ा क्या है ?

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