नियम 377 के तहत लोकसभा में बोलते हुए सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि वर्तमान में शिकार का आधार प्रारंभिक चरण में 4 बाघों के लिए पर्याप्त है और आने वाले वर्षों में कम से कम 45 बाघों को रखने की क्षमता रखता है। रणथंभौर में बाघों की बढ़ती आबादी नए इलाके की तलाश में संरक्षित क्षेत्रों से भटक रही है और इसके परिणामस्वरूप मानव और बाघों के बीच संघर्ष देखने को मिल रहा है। मौजूदा टाइगर रिजर्व को संरक्षित करते हुए नए टाइगर रिजर्व विकसित करना बहुत महत्वपूर्ण है तथा देश में बाघ संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कुम्भलगढ़ में बाघों को लाने की प्रक्रिया को भी गति देना चाहिए।
कौशल विकास का प्रश्न पूछा दीयाकुमारी ने कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्री से प्रश्न करते हुए पूछा कि देश में जिले वार प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्रों की संख्या का विवरण क्या है तथा पिछले तीन वर्षों में राजस्थान सहित पूरे देश में प्रशिक्षित छात्रों एवं प्रशिक्षण के बाद कार्यरत छात्रों की कुल संख्या का आंकड़ा क्या है ?